Sachin Pilot: कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट ने कहा कि अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप लगातार भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर करने और कश्मीर मसले को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुलझाने की बात कर रहे हैं। वे व्यापार का लालच देकर युद्ध विराम करवाने दावा भी कर रहे हैं। इसमें कितनी सच्चाई है। इस पर मोदी सरकार को जवाब देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि ट्रंप ने आतंक को लेकर एक शब्द नहीं बोला। ट्रंप के बयानों का अभी तक उच्च स्तर से खंडन भी नहीं किया गया है। इसके लिए संसद का विशेष सत्र बुलाकर पूरी स्थिति स्पष्ट करें। पायलट ने बुधवार को राजधानी जयपुर में मीडिया से कहा कि हमारी सेना ने जिस बहादुरी से पाकिस्तान को जवाब दिया है, उसकी सभी तारीफ करते हैं, लेकिन ट्रंप ने जिस तरह सीजफायर की घोषणा की वह अप्रत्याशित थी।
उन्होंने कहा कि ट्रंप सऊदी अरब की यात्रा पर गए तो वहां भी उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम उनकी तरफ से कराने की बात कही। आज भारत की तुलना पाकिस्तान से की जा रही है, यह ठीक नहीं। जबकि पिछले 25 साल से भारत की तुलना चीन से हो रही थी।
पीओके को वापस लेने का 1994 का प्रस्ताव फिर कराया जाए पारित
पायलट ने कहा 1994 में संसद के दोनों सदनों में एक प्रस्ताव पारित कर संकल्प लिया गया था कि पाक अधिकृत कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और इसे वापस लिया जाएगा। अब मोदी सरकार संसद का विशेष सत्र बुलाए और 1994 के प्रस्ताव को फिर से पारित कराए। लगातार ऐसी संभावना बन रही है कि कश्मीर का अंतरराष्ट्रीयकरण किया जा रहा है। इस मामले में अमेरिका का दखल कतई स्वीकार्य नहीं है।
भारत दशकों से जूझ रहा पाक पोषित आतंकवाद से
भारत कई दशकों से पाक पोषित आतंक से जूझ रहा है। सेना अच्छा काम कर रही थी, लेकिन दुर्भाग्यवश जो घटनाक्रम हुआ है उस पर सवाल खड़े हो रहे हैं। प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के नाम संबोधन दिया, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से सीजफायर की जो घोषणा की गई थी उसे लेकर क्या बात हुई, इस पर कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया।