जबलपुर: मध्य प्रदेश की बिजली कंपनी के मुख्यालय से पूरे प्रदेश को बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने वाले स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर के सिस्टम पर साइबर अटैक अचानक बढ़ गए हैं। भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने के बाद ऐसा हुआ है। हर दिन साइबर अटैक की 100 से 150 कोशिशें हुई हैं। हालांकि, सुरक्षा के लिए लगाए गए फायरवॉल हर अटैक को रोक रहे हैं और अलर्ट कर रहे हैं। बिजली कंपनी के अधिकारी हर अटैक पर नजर रख रहे हैं और इसकी जानकारी कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम समेत अन्य जांच एजेंसियों को भेज रहे हैं। आपको बता दें कि स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर प्रदेश में ग्रिड के जरिए वितरण कंपनियों को बिजली आपूर्ति के प्रबंधन का काम करता है।

हमलों से बचने के लिए किए गए हैं सुरक्षा इंतजाम

कंपनी ने साइबर अटैक से बचने के लिए सुरक्षा इंतजाम किए हैं। कई तरह के फायरवॉल लगाए गए हैं, ताकि कोई अवांछित बग सर्वर में प्रवेश न कर सके। यह ऑटोमैटिक तरीके से संचालित होता है। भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के बाद अटैक अचानक बढ़ गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि पहले दो-चार साइबर हमले होते थे, लेकिन पिछले तीन-चार दिनों में इनकी संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ है। अगर स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर के सिस्टम में साइबर अटैक सफल हो जाता है तो ग्रिड के जरिए वितरण कंपनियों को बिजली आपूर्ति करना मुश्किल हो जाएगा। इस संबंध में स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर के अधीक्षण यंत्री राजेश गुप्ता ने बताया कि कंपनी ने सुरक्षा के सभी इंतजाम कर लिए हैं। फिलहाल हम सभी तरह के साइबर हमलों से सुरक्षित हैं। इससे पहले भी स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर में साइबर हमले की कोशिश हो चुकी है, जिसे कंपनी के विशेषज्ञों ने नाकाम कर दिया है। 

विदेशी आईपी एड्रेस से किए गए थे हमले

मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर में लगातार साइबर हमले होते रहते हैं, जिसके चलते कंपनी प्रबंधन अत्यधिक फायरवॉल का इस्तेमाल करता है। पिछले दिनों जो साइबर हमले हुए थे, वे चीन और अन्य विदेशी आईपी एड्रेस से किए गए थे। वर्तमान में जो साइबर हमले हो रहे हैं, उनके आईपी एड्रेस जांच एजेंसी को दे दिए गए हैं। बिजली कंपनी लगातार केंद्रीय एजेंसी के संपर्क में है और हर जानकारी उनसे साझा कर रही है।

ऊर्जा मंत्री ने दिए थे सतर्क रहने के निर्देश

मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रदुम सिंह तोमर ने भी दो दिन पहले भोपाल में बिजली कंपनी के अधिकारियों को साइबर सुरक्षा को लेकर सतर्क रहने के निर्देश दिए थे। इस संबंध में केंद्रीय एजेंसी से दिशा-निर्देश भी मिले थे। उन्होंने अधिकारियों से साफ तौर पर कहा है कि वे अनजान और अज्ञात बग पर कोई प्रतिक्रिया न दें।