नई दिल्ली: पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया था। इस मुद्दे पर गुरुवार को सर्वदलीय बैठक हुई। इस सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की। बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में सभी दलों को ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी दी गई। बैठक में विपक्ष ने एकमत होकर कहा कि वे सरकार का समर्थन करेंगे। बैठक की खास बात यह रही कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर जारी है। किरेन रिजिजू ने कहा कि बैठक में सभी नेताओं ने अपने सुझाव दिए। सभी नेताओं ने ऐसे समय में परिपक्वता दिखाई है, जब हम सब मिलकर काम कर रहे हैं। सभी ने ऑपरेशन सिंदूर के लिए सशस्त्र बलों की प्रशंसा की है और उन्हें बधाई दी है। यह भी कहा है कि हम सरकार और सशस्त्र बलों का समर्थन करेंगे। हमें कुछ सुझाव भी मिले हैं... रक्षा मंत्री ने कहा कि हम सिर्फ शासन करने के लिए सरकार नहीं बनाते। 

हम सरकार के साथ हैं

राहुल इस मामले में कांग्रेस नेता और विपक्ष के नेता ने सरकार के साथ एकजुटता दिखाई। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि हम सरकार के साथ हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि संकट की इस घड़ी में हम सरकार के साथ हैं। खड़गे ने कहा, बैठक में हमने सुना कि वे (केंद्र) क्या कहना चाहते थे। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ गोपनीय जानकारी बाहर साझा नहीं की जा सकती। हमने उनसे कहा कि हम सब सरकार के साथ हैं। इससे पहले केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि इस मामले में पूरा विपक्ष सरकार के साथ है।

टीआरएफ पर प्रतिबंध

सर्वदलीय बैठक के बाद एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मैंने ऑपरेशन सिंदूर के लिए हमारे सशस्त्र बलों और सरकार की प्रशंसा की है। मैंने यह भी सुझाव दिया कि हमें रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) के खिलाफ वैश्विक अभियान चलाना चाहिए। मैंने यह भी सुझाव दिया कि सरकार को अमेरिका से इसे (टीआरएफ) आतंकवादी संगठन के रूप में नामित करने का अनुरोध करना चाहिए। हमें एफएटीएफ में पाकिस्तान को ग्रे-लिस्ट करने का भी प्रयास करना चाहिए। पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में रेजिस्टेंस फोर्स (टीआरएफ) का नाम सामने आया था। इस आतंकवादी संगठन ने हमले के बाद इसकी जिम्मेदारी ली थी। टीआरएफ लश्कर का एक छद्म संगठन है।