बुधवार 7 मई को पाकिस्तान के शेयर बाजार में भारी गिरावट आई, क्योंकि निवेशकों ने भारत द्वारा 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकवादी स्थलों पर रातोंरात किए गए हमलों पर प्रतिक्रिया व्यक्त की.

पाकिस्तान के मुख्य शेयर बाजार सूचकांक कराची-100 में बुधवार को शुरुआती कारोबार के दौरान 6,272 अंकों या लगभग 6 फीसदी की गिरावट आई, जो मंगलवार के 113,568.51 के बंद स्तर की तुलना में 107,296.64 के निचले स्तर पर पहुंच गया.

पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद केएसई-100 सूचकांक में 3.7 फीसदी की गिरावट आई है, जबकि घरेलू सेंसेक्स सूचकांक में लगभग 1.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.

22 अप्रैल 2025 को जम्मू और कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले के बाद से पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज के KSE-100 इंडेक्स में लगभग 4 फीसदी की गिरावट आई है, क्योंकि भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव ने निवेशकों की भावनाओं पर भारी असर डाला है. 23 अप्रैल से 5 मई के बीच बेंचमार्क KSE-100 इंडेक्स में 3.7 फीसदी की गिरावट आई, जो दोनों देशों के बीच संभावित सैन्य बढ़ोतरी की आशंकाओं को दिखाता है.

भारतीय शेयर बाजार
भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने के बावजूद भारतीय शेयर बाजारों ने मजबूती दिखाई है. सेंसेक्स शुरू में 692 अंक गिरकर 79,948.80 पर आ गया, जबकि पिछली बार यह 80,641.07 पर बंद हुआ था, लेकिन फिर तेजी से संभलते हुए 200 अंक से अधिक चढ़कर 80,845 पर पहुंच गया.