बीजापुर. छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में ऑपरेशन करेगुट्टा लगातार 14 दिनों से जारी है. इलाके में जवान लगातार सर्चिंग कर रहे हैं. जवानों के इस बड़े ऑपरेशन से नक्सलियों में डर का माहौल है. बताया जा रहा है कि नक्सलियों की चाल को मात देकर सुरक्षाबल के जवान अपने टारगेट के करीब पहुंच रहे है. करेगुट्टा के साथ-साथ उसूर से लगी जिन पहाड़ियों पर नक्सलियों ने दर्जनों की तादाद में आईईडी बिछा रखी थी, जवान उन्हें बरामद करते जा रहे हैं. लगातार सुरक्षाबल इलाके की सर्चिंग कर रही है और अपने मिशन में आगे बढ़ रहे हैं.
मिली जानकारी के मुताबिक अब तक इस इलाके से 200 से ज्यादा आईईडी रिकवर की गई है. करेगुट्टा पहाड़ के करीब 5000 फीट ऊंचाई पर जवानों ने अपना चक्रव्यूह की तरह फैल रखा है. माना जा रहा है कि अब अगर नक्सलियों ने तेलंगाना बॉर्डर से छत्तीसगढ़ में एंट्री करने की कोशिश की सीधे जवानों से ही उनका सामने होगा.
जवानों ने नक्सलियों को घेरा
मिली जानकारी के मुताबिक, बीजापुर बॉर्डर पर बड़ी संख्या में नक्सली छिपे है, जिन्हें जवानों ने घेर रखा है. हालांकि सुरक्षाबल के जवानों के सामने ना सिर्फ तेज गर्मी का बल्कि खतरनाक चढ़ाई, अनजाने केव्स, पानी की किल्लत, कदम कदम प्रेशर आईईडी का खतरा. फिर भी फोर्स लगातार ऑपरेशन चल रही है. जवान मौसम की परिस्थितियों को मात देते हुए पहाड़ों पर लगातार डटे है.
समझें कितना खतरनाक है ऑपरेशन करेगुट्टा
बीजापुर में चल रहा ऑपरेशन करेगुट्टा कितना चुनौतीपूर्ण है इसका अंदाजा एक वायरल वीडियो से लगाया जा सकता है. इस क्लिप में दूर तक ऊंचे-ऊंचे पहाड़ी रेंज नजर आ रहे है. इस पर हथियार बंद जवान बांस के झुरमुट, जंगली बेल लताओं को पार कर चट्टानों पर सावधानी से कदम रख पहाड़ी चोटी पर सर्च ऑपरेशन चला रहे है. सालों से बस्तर में काबिज नक्सलियों के लिए यही पहाड़ और जंगल सेफ जोन रहे है.
नक्सली दुर्गम इलाकों से पूरी तरह से वाकिफ है. इससे पहले इन पहाड़ों पर कभी भी जवानों ने ऑपरेशन नहीं चलाया गया था, जिसका फायदा नक्सली उठाते आए है. अब हालात बदल गए है. जवानों ने पहाड़ पर जवान कब्जा कर लिया है. जवान अब नक्सलियों तक पहुंचने हर तरह की परेशानियों से जूझते लगातार रणनीति के मुताबिक आगे बढ़ रहे है.
बीजापुर के उसुर थाना क्षेत्र के दायरे में नीलम सराई, दोबे, नम्बी, दुर्गमगुट्टा और करेगुट्टा पहाड़ी रेंज है, जिस पर फिलहाल ऑपरेशन चलाया जा रहा है. इतनी पहाड़ी रेंज को अपने कब्जे में लेते हुए जवान लगातार नक्सलियों की तलाश में जुटे हुए हैं.