उदयपुर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (Anti-Corruption Bureau) उदयपुर टीम ने बड़ी कार्रवाई कर चित्तौड़गढ़ जिले की बड़ी सादड़ी नगरपालिका में चल रहे भ्रष्टाचार के खेल का खुलासा किया है. ब्यूरो ने इसके लिये चित्तौड़गढ़ जिले में बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. एसीबी की टीम ने बड़ी सादड़ी नगरपालिका के चेयरमैन निर्मल पितलिया (Municipal Chairman Nirmal Pitalia) के साले कुश को 200000 रुपये की रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया है.

भ्रष्टाचार के इस खेल में नगरपालिका चेयरमैन निर्मल पितलिया भी शामिल है. लेकिन वह अभी एसीबी की पकड़ से दूर है. एसीबी ने ट्रेप की इस कार्रवाई को एसबीआई बैंक में उस समय अंजाम दिया जब रिश्वत के रूप में लिए गए चेक से नकद राशि प्राप्त की जा रही थी.

19 मई से एसीबी पूरे मामले को मॉनिटर कर रही थी

परिवादी विष्णु दत्त शर्मा ने उदयपुर एसीबी के एडिशनल एसपी उमेश कुमार ओझा के सामने पेश होकर रिश्वत के इस खेल की शिकायत की थी. उसके बाद 19 मई से एसीबी की टीम इस पूरे मामले को मॉनिटर कर रही थी और मंगलवार को ट्रैप की कार्रवाई को पूरा किया गया. विष्णु दत्त शर्मा ने बताया ब्यूरो को बताया कि उनके पुत्र की मेसर्स हितेश व्यास नाम से एक फर्म है. यह फर्म नगरपालिका से जुड़े निर्माण कार्य करती है.

बकाया बिल की 50 फीसदी राशि मांगी रिश्वत के रूप में

इस फर्म की ओर से किए गए कार्यों के एवज में पालिका को दिए गये बिल की अंतिम भुगतान राशि 3,92,692 रुपए बाकी थे. इस बिल की राशि को दिलाने के एवज में चेयरमैन ने 50 फीसदी रिश्वत की मांग की थी. उसने 200000 रुपये की रिश्वत मांगी थी. नगरपालिका चेयरमैन निर्मल पितलिया ने बकाया राशि के भुगतान के एवज में परिवादी से एक खाली चेक भी ले लिया था. इस पर परिवादी ने एसीबी में इसकी शिकायत दर्ज कराई.

चैक भुनाने के लिये साले को बैंक भेजा था

उसके बाद 24 मई को परिवादी का बिल पास करा कर ट्रेजरी से उसका भुगतान भी करवा दिया. निर्मल पितलिया ने चेक से नकद राशि प्राप्त करने के लिए 25 मई को अपने साले कुश को बैंक भेजा. उसी दौरान एसीबी ने रंगे हाथों कुश को गिरफ्तार कर लिया.