अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत रिजवान सईद शेख ने US राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से अपील की है कि वे भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर को लेकर बढ़ते तनाव को कम करने के लिए हस्तक्षेप करें। उन्होंने कहा कि कश्मीर दुनिया का सबसे संवेदनशील न्यूक्लियर फ्लैश पॉइंट बन चुका है जहां भारत पाकिस्तान और चीन तीनों न्यूक्लियर ताकतें शामिल है अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत रिजवान सईद शेख ने जोर देकर कहा है कि ट्रंप प्रशासन को भारत और पाकिस्तान के बीच पैदा हुए तनाव को खत्म करने के लिए पहले के अमेरिकी प्रयासों से कहीं ज्यादा गंभीर और लगातार कोशिशें करनी होंगी। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि यह एक ऐसा मौका है जब हालात को केवल तात्कालिक टकराव खत्म करने तक सीमित न रखकर, स्थायी हल की तरफ बढ़ा जाए।"राजदूत शेख ने कहा कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच सभी समस्याओं की बुनियादी वजह है। उन्होंने कहा, "जब तक कोई आखिरी समझौता नहीं हो जाता और संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के मुताबिक समाधान लागू नहीं होता, तब तक यह मसला बार-बार हमारे सामने आता रहेगा।" शेख ने अमेरिका और दुनिया के अन्य मुल्कों से इस विवाद में "सक्रिय किरदार" निभाने की अपील की, ताकि इस मसले का हल निकाला जा सके और क्षेत्र में अमन कायम हो सके। राजदूत ने कहा कि पाकिस्तान की नीयत लड़ाई की नहीं, बल्कि अमन की है। 

सिंधु जल संधि को लेकर कहा 'पानी रोकना जंग के बराबर'
भारत की ओर से हाल ही में सिंधु जल संधि को एकतरफा निलंबित किए जाने को लेकर पाकिस्तानी राजदूत शेख ने चेतावनी दी कि अगर पानी को रोकने की कोई भी कोशिश की गई या ऐसी कोई 'झलक' भी मिली, तो इसे पाकिस्तान के लिए "जंग का एलान" माना जाएगा। उन्होंने कहा, "प्रैक्टिकली पानी रोकना मुश्किल है, लेकिन अगर मामला 25 करोड़ लोगों की सलामती का हो, तो फिर कोई भी रुकावट बर्दाश्त नहीं की जाएगी।"

'इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहा है पाकिस्तान'
वॉशिंगटन स्थित भारतीय दूतावास ने न्यूजवीक को दिए बयान में कहा कि आतंकियों को जल्द ही सजा दिलाई जाएगी। भारतीय दूतावास ने अमेरिका में पाकिस्तान राजदूत शेख की बातों को "इतिहास को फिर से गढ़ने और तथ्यों को छिपाने की घटिया कोशिश" बताया।