भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मनुष्य जन्म वर्षों के पुण्य का फल है और सनातन संस्कृति में प्रत्येक व्यक्ति को जीवनकाल में 16 संस्कारों से होकर गुजरना होता है। इसमें विवाह संस्कार सबसे बड़ा संस्कार है। अग्नि को साक्षी मानकर 7 फेरों के माध्यम से 7 जन्मों का संकल्प लिया जाता है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव अक्षय तृतीया पर 6 जिलों में आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलनों में शामिल नव दंपतियों को वीडियो कान्फ्रेंसिंग से शामिल होकर आशीर्वाद दिया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आज अक्षय तृतीया है और इस दिन जो मिलता है वो हमेशा बढ़ता ही जाता है। जिसका कभी क्षय नहीं हो, वो अक्षय है। उन्होंने छिंदवाड़ा में 929, पन्ना में 915, आनंदधाम शिवपुरी में 80, इंदौर में 121, पंधानिया जिला धार में 80 एवं ग्राम नया गांव जिला हरदा में 80 नव दंपतियों के उज्जवल भविष्य की कामना की। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने विवाह बंधन में बंध रहे सभी जोड़ों के उज्जवल, सुखद-स्वस्थ जीवन और उनके दीर्घायु होने की कामना की।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इस वर्ष बजट में बेटी-बहनों के कल्याण के लिए 27 हजार 100 करोड़ का प्रावधान किया गया है। मध्यप्रदेश के महिला सशक्तिकरण के मॉडल का कई राज्य अनुसरण कर रहे हैं। राज्य सरकार औद्योगिक विकास और महिला स्व-सहायता समूहों के माध्यम से नारी सशक्तिकरण और कृषकों की आय बढ़ाने के लिए कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नारी सशक्तिकरण पर जोर देते हुए लोकसभा और विधानसभाओं में 33 प्रतिशत सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित की हैं। राज्य सरकार भी सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण प्रदान कर रही है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत ग्राम परिच्छा पौहरी, जिला शिवपुरी, ग्राम झलारिया, तह. सांवेर, जिला इन्दौर, ग्राम पंधानिया, धरमपुरी, जिला धार, ग्राम नयागांव तह. टिमरनी, जिला हरदा, इनर ग्राउंड (डी.डी.सी कॉलेज) नयापुर रोड, छिंदवाड़ा और ग्राम पंचायत बनौली, कुआंताल धाम, पवई, जिला पन्ना में आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलनो में उज्जैन से वर्चुअली शामिल हुऐ। एनआईसी कक्ष उज्जैन में विधायक अनिल जैन कालुहेड़ा मौजूद थे।