
पटना । बिहार में कोरोना वायरस की दूसरी की लहर देखते हुए सीएम नीतीश कुमार ने आरटीपीसीआर जांच बढ़ाने पर जोर दिया है। उन्होंने आरटी-पीसीआर वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। अब यह वैन ग्रामीण इलाकों में जाकर कोरोना की जांच करेगी। नीतीश कुमार ने कहा कि इस वैन के आ जाने से ग्रामीण इलाकों में कोरोना जांच में सहूलियत होगी और लोगों को समय पर जांच रिपोर्ट भी मिल जाएगी। उन्होंने कहा कोरोना कि जांच पर आने वाले खर्च राज्य सरकार वहन करेगी। एक सैंपल की जांच में 649 का खर्च आता है। इस कार्यक्रम में मौजूद स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि जल्द ही 4 और नए आरटी-पीसीआर वैन लाए जा रहे हैं।
सीएम नीतीश ने कहा कि जून महीने के अंत तक मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन से भी बिहार को आरटी-पीसीआर वैन मिल जाएगा। बिहार में पहली बार सरकार ने ग्रामीण इलाके के लिए हाई टेक आरटी-पीसीआर वैन को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया है। इस हाई टेक वैन से मौके पर ही कोरोना की जांच के लिए मरीज का सैंपल कलेक्ट किया जाएगा और 3- 4 घंटे के अंदर उन्हें जांच रिपोर्ट भी दे दी जाएगी। सरकार ने एक दिन में 1000 लोगों की जांच का लक्ष्य रखा है। इस बीच बिहार के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बताया गया कि कोरोना मरीजों की संख्या में तेजी से गिरावट आई है। शनिवार को पिछले 24 घंटे में राज्य में कोरोना संक्रमण के 4375 मरीज मिले हैं। बिहार में अब कुल एक्टिव मरीजों की संख्या घटकर 44 हजार 907 रह गई है।
स्वास्थ्य विभाग के बताया कि राजधानी पटना में शनिवार को 725, गया में 190, बेगूसराय में 197, मुजफ्फरपुर में 404, समस्तीपुर में 216, अररिया में 116, गोपालगंज में 145, पूर्णिया में 155, नालंदा में 100, मधुबनी में 119, मुंगेर में 114, सीवान में 125, सुपौल में 131, वैशाली में 117, वेस्ट चंपारण में 133, ईस्ट चंपारण में 122 और कटिहार में 185 कोरोना के मरीज मिले हैं। बिहार में और रिकवरी रेट बढ़कर 92.80 प्रतिशत पहुंच गया है, जबकि पिछले 24 घंटे में 103 लोगों की मौत हुई।