
गोरखपुर । उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में ताऊ ते तूफान के चलते पिछले 2 दिनों से हो रही बरसात ने नगर निगम की पोल खोल कर रख दी है। शहर के तमाम इलाके और कई कालोनियों में सड़क जलमग्न हो गई है। बेतियाहाता दक्षिणी में सड़कों पर घुटनों तक नाले का पानी बहने लगा। यहां सैकड़ो घरों के लोग 2 दिनों से अपने घरों में ही कैद होकर रहने को मजबूर हो गए हैं। इस इलाके में सड़क ऊंची कराने और नाले की सफाई को लेकर स्थानीय पार्षद विश्वजीत त्रिपाठी ने नगर निगम के अधिकारियों और मेयर से कई बार लिखित शिकायत की लेकिन कोई काम नहीं हो पाया। ऐसे में पार्षद अपने साथियों के साथ इसी नाले के गंदे पानी में जल सत्याग्रह करने बैठ गये।
पार्षद ने कहा कि जनता की जवाबदेही उनके ऊपर है और वह जब यहां की समस्या को नगर निगम के अधिकारियों तक ले जाते हैं उनकी बात सुनने को तैयार ही नहीं होता है। स्थानीय लोग भी इस जलभराव की वजह से काफी परेशान हैं। लोगों का कहना है कि अभी बरसात के पहले की यह स्थिति है तो पूरे बरसात में उनको कितना कष्ट झेलना पड़ेगा, इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है।
वहीं, पार्षद के पानी में धरने पर बैठने की सूचना के नगर के अधिकारी वहां पर पहुंचे और जल्द से जल्द कॉलोनी से पानी निकासी की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया। साथ ही, बारिश बाद एक बार फिर से नालों की तल्ली झाड़ सफाई कराने की बात कही।
मौसम वैज्ञानिक कैलाश पान्डेय ने कहा कि जिले में पिछले 24 घंटे में 100 एमएम से अधिक बारिश हुई है। वहीं बारिश होने से शहरी जीवन जहां अस्त-व्यस्त हो गया वहीं दूसरी तरफ लोगों को गर्मी से भी राहत मिल गयी है। किसानों के लिए ये बारिश फायदेमंद साबित हो रही है।