
भोपाल । जानलेवा कोरोना वायरस महामारी में प्रदेश के गांवों को भगवान भरोसे छोड दिया गया है। यह गंभीर आरोप लगाया है बरगी विधानसभा क्षेत्र के विधायक संजय यादव ने। विधायक यादव ने कहा कि बिना जांच के ग्रामीण कोरोना से अपने बल पर लड़ रहे हैं। कई ने दम तोड़ दिया तो कुछ मौत के मुहाने पर खड़े हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कोरोना जांच के लिए आरटीपीसीआर जांच नहीं हो रही है यहां तक कि खून की जांच भी करवाना मुमकिन नहीं है। ऐसे में कैसे कोरोना संक्रमण से जंग लड़ी जाए। उन्होंने किसानों का अनाज भी खुले में पड़े होने पर प्रशासन को जिम्मेदार बताया है। संजय यादव ने कहा कि गांव में जांच नहीं हो रही है इसलिए स्थिति का आंकलन नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी विधानसभा क्षेत्र में सोहड़ के छुट्टन पटेल की रैपिड जांच बरेला अस्पताल में हुई। जहां उसे कोरोना निगेटिव बताया गया। पांच दिन बाद उसके शरीर में आक्सीजन कम हुई और रविवार को मौत हो गई। सिवनीटोला की उमा यादव की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव बताई। उसके पति नारायण यादव की रिपोर्ट कोरोना निगेटिव बताई गत दिवस उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती करना पड़ा।सीटी स्कैन व आरटीपीसीआर की रिपोर्ट आने में दो दिन लगेगा। वहीं नारायण यादव तो वेंटिलेटर पर है जिंदगी मौत के संघर्ष कर रहा है। उनके अनुसार ऐसे दर्जनों मामलें हर दिन आ रहे हैं। उन्होंने गांव से एबुंलेंस से मरीजों को अस्पताल लाने की व्यवस्था देनी चाहिए ताकि उनका समय पर उपचार प्रारंभ हो। क्षेत्र के किसानों की समस्याओं को लेकर विधायक संजय यादव ने कहा कि किसानों का माल खुले में पड़ा है बारदाने की कमी होना बताया जा रहा है। किसानों की नंबरिंग गलत हो गई। इससे किसान परेशान भयभीत हैं। इस समस्या पर गौर किया जाना चाहिए। उन्होंने चरगवां, नयानगर, बिजौरी सोसाइटी में पहुंचकर किसानों से चर्चा की। उन्होंने आशंका जताई कि किसानों को खुले रखा अनाज पानी गिरने पर गिला हो सकता है जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड सकता है।