नई दिल्ली| सागर धनखड़ अपहरण-हत्याकांड में मुख्य आरोपी सुशील कुमार अब आत्मसमर्पण करने की फिराक में है। वह एक दो दिन में दिल्ली-एनसीआर की किसी कोर्ट में आत्मसमर्पण करता सकता है। इसे लेकर सुशील की तरफ से मॉडल टाउन थाने के पुलिसकर्मी को व्हाट्सएप काल से यह जानकारी भी दी गई है। जांच से जुड़े वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुशील एवं उसके साथियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। यही नहीं दबाव बनाने के लिए ससुर, पत्नी एवं अन्य परिजनों से लगातार पूछताछ भी की जा रही है। इस बीच सूचना मिली थी कि सुशील अपने वकील के माध्यम से अग्रिम जमानत की अर्जी दायर करने वाला था लेकिन गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद से उसकी यहयोजना धरी रही गई है। बताया जाता है कि परिजनों एवं जानकारों से पूछताछ में मालूम हुआ है कि सुशील अब अदालत में आत्मसमर्पण करने की तैयारी बात कही थी। सूत्रों के अनुसार रविवार को माडल टाउन थाने के पुलिसकर्मी के पास सुशील ने व्हाट्स एप काल कर आत्मसमर्पण करने की बात कही है। माना जा रहा है कि वह ऐसा करके परिजनों पर पड़ने वाले दबाव को कम करना चाहता है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि ऐसे इनपुट मिले हैं कि वह सोमवार या मंगलवार को कहीं आत्मसमर्पण कर सकता है। हालांकि पुलिस उसे गिरफ्तार करने के लिए दिल्ली एनसीआर के कोर्ट में लगातार निगाह रखे हुए है।

नजफगढ़-बहादुरगढ़ और झज्जर के बीच घूम रहा
पुलिस अधिकारी ने बताया कि अभी तक की जांच में मालूम हुआ है कि सुशील अपने साथियों के साथ नजफगढ़-बहादुरगढ़-झज्जर के बीच छिपता फिर रहा है। इन इलाकों में फार्म हाउस एवं फ्लैट आदि हैं जहां पर छिपना सम्भव है। इस काम में अजय के विश्वस्त सहयोगी अजय का पूरा साथ मिल रहा है। चूंकि अजय के पिता प्रमुख राजनीतिक दल से दिल्ली नगर निगम में पार्षद हैं। इसलिए अजय के पिता के प्रभाव का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।


रास्ता नहीं मालूम होने से फंसा प्रिंस
सागर धनखड़ हत्याकांड में एकमात्र गिरफ्तार प्रिंस को छत्रसाल स्टेडियम से बाहर निकलने का रास्ता नहीं मालूम था। इसलिए वह पुलिस के शिकंजे में आ गया। दरअसल, सुशील के कहने पर मोहित ने प्रिंस दलाल को छत्रसाल स्टेडियम बुलाया था। सुशील एवं उसके साथी चार मई की रात सागर एवं उसके साथियों की पिटाई कर रहे थे। इसी बीच सागर का एक साथी भीड़ का फायदा उठाकर निकल गया और पुलिस को फोन कर सूचना दे दी। पुलिस के आने की सूचना सिक्योरिटी गार्ड के माध्यम से सुशील को मिल गई थी। इसलिए सभी आनन फानन में भाग गये। लेकिन प्रिंस को जब कुछ समझ में नहीं आया तो वह हमलावरों की कार में छिप गया। पुलिस ने जब कार से ढूंढ़ा तबतक उसे पीड़ित के साथ समझ रही थी। लेकिन सुबह जांच में सारी बात सामने आ गई।