लखनऊ । लोकसभा चुनाव 2024 के प्रथम चरण के बाद अब राजनीतिक दलों की सेनायें दूसरे चरण के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक चुके हैं। यूपी समेत पूरे देश में लोकसभा चुनाव सात चरणों में होना है। पहले चरण में यूपी की आठ लोकसभा सीटों पर 19 अप्रैल को वोटिंग हो चुकी है। दूसरे चरण की वोटिंग में अब कल मतदान होना है। दूसरे चरण में पश्चिमी और ब्रज क्षेत्र की कुल आठ सीटों पर वोट पड़ने है। ये चरण बीजेपी के लिहाज से बेहद अहम है, क्योंकि बीजेपी ने 2019 लोकसभा चुनाव में 8 में से 7 सीट पर जीत दर्ज की थी। जबकि अमरोहा सीट पर बीएसपी के खाते में गई थी। लेकिन इस बार मुकाबला कांटे का होना जा रहा है। अधिकतर सीटों पर मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है। जबकि कई सीट पर एनडीए गठबंधन के उम्मीदवार की सीधी लड़ाई इण्डिया गठबंधन के संयुक्त उम्मीदवार से है।
दूसरे चरण की बात करे तो इस चरण में यूपी की मथुरा, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, बागपत, मेरठ, अमरोहा, बुलंदशहर और अलीगढ़ लोकसभा सीट पर कल 26 अप्रैल को वोटिंग होनी है। 2019 लोकसभा चुनाव में अमरोहा सीट को छोड़कर बाकी सभी सीटों पर बीजेपी उम्मीदवारों ने कमल खिलाया था। मेरठ से बीजेपी के राजेन्द्र अग्रवाल, बागपत से सत्यपाल सिंह और गाजियाबाद से जनरल वीके सिंह ने जीत हासिल की थी। जबकि गौतमबुद्धनगर सीट से बीजेपी के डॉ. महेश शर्मा, बुलंदशहर सीट से बीजेपी के भोला सिंह, अलीगढ़ सीट से सतीश कुमार गौतम और मथुरा सीट से हेमा मालिनी ने जीत दर्ज की थी। जबकि अमरोहा सीट से बसपा के टिकट पर कुंवर दानिश अली ने चुनाव जीता था।
2019 के बाद अबकी बार इस चरण के समीकरण बदल गए हैं। पिछले चुनाव में जिन कुंवर दानिश अली ने 2019 में बसपा के टिकट पर चुनाव जीता था, उन्हें इस बार कांग्रेस ने अमरोहा सीट से उम्मीदवार बनाया दिया है। पिछले चुनाव में बसपा और सपा में गठबंधन था। इस वजह से यूपी में बसपा ने 10 और सपा ने पांच सीटें जीत ली थी। लेकिन इस बार ऐसा नहीं है। बसपा अकेले दम पर चुनाव लड़ रही है और सपा-कांग्रेस इण्डिया गठबंधन में साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। बीजेपी के साथ आरएलडी आ चुकी है। जिसकी वजह से बीजेपी की ताकत बढ़ी मानी जा रही है। इस चरण में सपा और कांग्रेस 4-4 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। जबकि बीजेपी सात और आरएलडी एक (बागपत) सीट पर चुनाव लड़ रही है।
लोकसभा क्षेत्रवार चर्चा करें तो मेरठ में बीजेपी ने टीवी धारावाहिक रामायण में श्रीराम का किरदार अदा करने वाले अभिनेता अरुण गोविल पर इस बार दांव लगाया है। जबकि सपा ने सुनीता वर्मा को संयुक्त प्रत्याशी के रुप में मैदान में उतारा है। उधर, बसपा ने देववृत त्यागी को प्रत्याशी बनाया है। वहीं अमरोहा लोकसभा सीट पर कांग्र्रेस ने कुंवर दानिश अली, बीजेपी ने कंवर सिंह तंवर तो बसपा ने मुजाहिद हुसैन को मैदान मंे उतारा है। बागपत लोकसभा सीट रालोद के खाते में गयी है। यहां से उसने राजकुमार सांगवान को प्रत्याशी बनाया है। उनका मुकाबता सपा के मनोज चौधरी से है। यहां बसपा ने जाट उम्मीदवार प्रवीण बैसला को उतारकर लड़ाई त्रिकोणीय कर दी है। गाजियाबाद में बीजेपी ने अतुल गर्ग, कांग्रेस ने डॉली शर्मा तथा बसपा ने नंद किशोर पुंडीर पर दांव लगाया है। वहीं गौतमबुद्ध नगर में बीजेपी ने डॉ. महेश शर्मा, सपा ने डॉ. महेंद्र सिंह नागर तथा बसपा राजेंद्र सिंह सोलंकी को मैदान में उतारा है। मथुरा में बीजेपी की वर्तमान सांसद एवं सिने तारिका हेमा मालिनी तीसरी बार मैदान में हैं। यहां कांग्रेस ने मुकेश धनगर तथा बसपा ने सुरेश सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है। अलीगढ़ में बीजेपी ने सतीश कुमार गौतम, सपा चौधरी बिजेंद्र सिंह तथा बसपा ने हितेंद्र कुमार बंटी को उम्मीदवार बनाया है। इसी प्रकार बुलंदशहर में बीजेपी ने डॉ. भोला सिंह, कांग्रेस ने शिवराम वाल्मीकि तथा बसपा ने गिरीश चंद को मैदान में उतारा है। माना जा रहा है कि इन सभी आठ सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला हो सकता है।
इस बीच, उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि दूसरे चरण की आठ लोकसभा सीटों के लिए 91 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। इसमें 10 महिला प्रत्याशी हैं। कुल 1,67,77,198 मतदाता हैं। इसमें 90,26,051 पुरुष मतदाता, 77,50,356 महिला मतदाता व 791 थर्ड जेंडर हैं। उन्होंने बताया कि अमरोहा से 12 प्रत्याशी, मेरठ से आठ, बागपत से सात, गाजियाबाद से 14, गौतमबुद्धनगर के लिए 15 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। बुलंदशहर (अजा) के लिए 6 प्रत्याशी हैं। अलीगढ़ से 14 और मथुरा से 15 प्रत्याशी ताल ठोक रहे हैं। इन आठ लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के अंतर्गत 40 विधानसभा सीटें आती हैं, जो अमरोहा, हापुड़, मरेठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलन्दशहर, अलीगढ़ एवं मथुरा जिले में स्थित हैं।