फूलपुर । फूलपुर संसदीय सीट से बसपा के प्रत्याशी होंगे। जगन्नाथ पाल कांशीराम के नजदीकी लोगों में से रहे हैं। यहां तक कि कांशीराम जब फूलपुर से लोकसभा का चुनाव लड़े थे तब उनके केंद्रीय भोजनालय और केंद्रीय कार्यालय का संचालन जगन्नाथ पाल के घर से ही किया गया था। 
बसपा ने उन्हें प्रत्याशी घोषित कर ओबीसी वोटरों को अपनी ओर खींचने का प्रयास भी किया है जो विपक्षी दलों के लिए चुनौतियां पेश करेगा। जगन्नाथ पाल का भले ही पहला लोकसभा चुनाव हो लेकिन कांशीराम से जुड़े रहने के दौरान उन्होंने राजनीति के सभी दांवपेच सीखे हैं। बकौल जगन्नाथ उन्हें याद नहीं कि बसपा से कब जुड़े, लेकिन यह याद है कि 1988 में जब सेंट जोसेफ कॉलेज में कांशीराम का कार्यक्रम हुआ था तो वह भी शामिल हुए थे। तभी से उनसे जुड़ गए। सेना में नौकरी के दौरान पैर में चोट लग जाने से उन्होंने 1993 में सेवानिवृत्ति ले ली थी। इसके बाद वे राजनीति में सक्रिय हो गए। वह बसपा में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे। 1995 से 1997 तक बसपा के विधानसभा महासचिव, 1997 से 1999 तक जिला उपाध्यक्ष रहे। अलग-अलग समय में मिर्जापुर, कानपुर, लखनऊ, देवी पाठन मंडल के जोन प्रभारी रहे और वर्तमान में प्रयागराज मंडल के जोन प्रभारी की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
जगन्नाथ बहादुरपुर ब्लॉक के ग्रामसभा अमरसापुर से वर्ष 1995 से 2005 तक दो बार प्रधान भी रह चुके हैं। सहसों के कसेरुआ कला में विकास इंटर कॉलेज और यूनिक पब्लिक स्कूल नाम से हिंदी एवं अंग्रेजी माध्यम से उनके दो विद्यालय संचालित हो रहे हैं। जगन्नाथ का कहना है कि देश में खुशहाली केवल बसपा की सरकार ही ला सकती है। बसपा सुप्रीमो मायावती कहती हैं कि हर परिवार में एक सदस्य को सरकारी नौकरी मिलनी ही चाहिए। यह सपना साकार हुआ तो गरीबों को 5 किलो राशन के लिए दिन भर लाइन में लगकर इंतजार नहीं करना होगा। बल्कि वे खुद 50 किलो राशन खरीद सकेंगे। जगन्नाथ ने कहा कि वह सड़क, शिक्षा, बिजली, पानी, किसान, रोजगार, स्वास्थ्य के मुद्दे पर चुनाव लड़ेंगे।