दौसा. बहुचर्चित दौसा घूसकांड मामले के आरोपी आईपीएस मनीष अग्रवाल (IPS officer Manish Aggarwal) को गिरफ्तार हुए आज 100 दिन पूरे हो चुके हैं. अग्रवाल फिलहाल जेल (Jail) में बंद हैं. इसी मामले में आरोपी रहे राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी एसडीएम पिंकी मीणा और पुष्कर मित्तल को जमानत मिल चुकी है. दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे निर्माण कंपनी से रिश्वत के आरोप में एसीबी ने आईपीएस मनीष अग्रवाल, आरएएस पिंकी मीणा और पुष्कर मित्तल के अलावा दो दलालों को पकड़ा था.

इस वर्ष की शुरुआत में जनवरी में हुई इस कार्रवाई में एसीबी ने पहले दौसा और बांदीकुई के तत्कालीन एसडीएम पुष्कर मित्तल और पिंकी मीणा को गिरफ्तार किया था. उसके बाद एसीबी ने दौसा के एसपी रहे आईपीएस मनीष अग्रवाल के दलाल नीरज मीणा को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे निर्माण कंपनी के प्रतिनिधियों से बंधी लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था. इस मामले की जांच के बाद एसीबी ने 2 फरवरी को आईपीएस मनीष अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया था. आईपीएस मनीष अग्रवाल तभी से निलंबित चल रहे हैं और जेल में हैं.

एक बार 10 दिन के लिये बाहर आये थे अग्रवाल

हालांकि इस दौरान एक बार उन्हें राजस्थान उच्च न्यायालय से बहिन की शादी के लिए 10 दिन की सशर्त जमानत मिली थी. उसके बाद से अग्रवाल वापस जेल में बंद हैं. एसीबी ने दौसा घूसकांड मामले में दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की थी. दोनों ही मामलों में चालान भी पेश हो चुका है. इनमें से एक मामले की आरोपी तत्कालीन बांदीकुई एसडीएम पिंकी मीणा और पुष्कर मित्तल को जमानत पर छोड़ दिया गया है. पिंकी मीणा और पुष्कर मित्तल भी अभी निलंबित चल रहे हैं.


हाईकोर्ट ने जमानत याचिका पर फैसला रिजर्व रख रखा है

वहीं दूसरे मामले के आरोपी आईपीएस मनीष अग्रवाल और उसके दो दलाल अभी जयपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं. अग्रवाल ने वर्तमान में राजस्थान हाईकोर्ट जयपुर जमानत याचिका लगा रखी है. उस पर सुनवाई पूरी हो गई लेकिन न्यायालय ने फैसला अभी रिजर्व रखा हुआ है.