इस्लामाबाद । पाकिस्तानी आवाम को लगातार आतंकी हमले का खतरा सता रहा है। इसकारण आनन-फानन में पाकिस्तानी सरकार ने मस्जिदों के बाहर और बाजारों में एक लाख पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी है। रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तानी अधिकारियों ने ईद-उल-फितर की छुट्टी से पहले देश भर में मस्जिदों और बाजारों में 100,000 से अधिक पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया है। 
अधिकारियों ने कहा कि हालांकि पाकिस्तान में ईद के मौके पर आतंकी हमले विरले ही होते हैं, लेकिन खुफिया एजेंसियों ने गृह मंत्रालय को अलर्ट कर दिया है कि आतंकवादी ईद की छुट्टी का इस्तेमाल नागरिकों, सरकारी और सैन्य भवनों और पुलिस आवास परिसरों को निशाना बनाने के लिए कर सकते हैं। पाकिस्तान में हाल के वर्षों में आतंकवादी हमलों में वृद्धि देखी गई है, जिसमें से ज्यादातर की जिम्मेदारी पाकिस्तानी तालिबान और अलगाववादियों द्वारा ली गई है, जो मुख्य रूप से दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान प्रांत से संचालित होते हैं। 
रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में उन स्थानों पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है, जहां हाई-प्रोफाइल हस्तियों के ईद की नमाज अदा करने की उम्मीद है। बता दें कि ईद-उल-फितर पाकिस्तान में गुरुवार को मनाई जाएगी।  मंगलवार को चांद नहीं दिखी, इसकारण बुधवार को ईद नहीं मनी। ईद के मौके पर पाकिस्तान में तीन दिवसीय छुट्टी ऐलान किया गया है।  वहीं, अफगानिस्तान में सुरक्षा बढ़ा दिए गए हैं। गृह मंत्रालय के तालिबान प्रवक्ता अब्दुल मतीन कानी ने कहा कि अफगानिस्तान में ईद-उल-फितर के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सेनाएं पूरी तरह सतर्क हैं।  उन्होंने कहा कि मस्जिदों सहित सभी भीड़भाड़ वाले इलाकों में सुरक्षा बल तैनात रहने वाले है। 
वरिष्ठ रक्षा विश्लेषक और इस्लामाबाद स्थित पाकिस्तान इंस्टीट्यूट फॉर कॉन्फ्लिक्ट एंड सिक्योरिटी स्टडीज के प्रबंध निदेशक अब्दुल्ला खान ने कहा कि उन्हें संभावित आतंकी हमलों के बारे में कोई विशेष जानकारी नहीं है, मगर आतंकवादी सॉफ्ट टारगेटेस को निशाना बना सकते हैं, क्योंकि बड़ी संख्या में लोग मस्जिदों और खुले स्थानों पर नमाज अदा करते हैं और ईद मनाते हैं।