तेल अवीव। ईरान इजराइल पर सीधे हमला नहीं करेगा बल्कि अपनी प्रॉक्सी मिलिशिया से इजरायल पर हमला करवा सकता है। ये संगठन ड्रोन और मिसाइलों का इस्तेमाल इजरायल को नुकसान पहुंचाने के लिए कर सकते हैं। यह दावा अमेरिका की खुफिया एजेंसियों से जुड़े सूत्रों ने किया है।
अमेरिकी खुफिया एजेंसी के लोगों का दावा ऐसे समय सामने आया है, जब ईरान और इजरायल के बीच तनाव बढ़ा हुआ है। इजराइल की ओर से हाल ही में सीरिया में वाणिज्य दूतावास पर हमले में ईरान के शीर्ष जनरल समेत सात लोगों की मौत हो गइ थी। ईरान ने इस हमले का बदला लेने की कसम खाई है। ईरान की चेतावनी से इजरायल में सेनाएं अलर्ट हो गई हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी खुफिया जानकारी से जुड़े लोगों ने कहा कि इजरायल पर ईरानी हमला सीधे तौर पर ईरान के बजाय ईरानी प्रॉक्सी बलों करेंगे। तेहरान इससे सावधान है और अमेरिका या उसके सहयोगियों को कोई मौका नहीं देना चाहता है, जिससे वह उस पर सीधे जवाबी हमला कर सकें। ईरान और उसके प्रॉक्सी मिलिशिया समूह अमेरिकी सैनिकों या संपत्तियों पर हमला करने के लिए तैयार नहीं दिखते हैं लेकिन ईरान के पास अपनी सभी प्रॉक्सी सेनाओं पर पूर्ण कमान और नियंत्रण नहीं है। इसलिए अमेरिकी संपत्तियों पर हमले की संभावना से पूरी तरह इनकार नहीं किया जा सकता है। 
बताया जा रहा है कि इजरायली हमले के जवाब में मिलिशिया ग्रुप अमेरिका और उसके सहयोगी क्षेत्र में इजरायली और अमेरिकी संपत्तियों के खिलाफ संभावित हमले की तैयारी कर रहे हैं। अमेरिकी खुफिया का कहना है कि ईरान ने अपने कई प्रॉक्सी मिलिशिया समूहों से ड्रोन और मिसाइलों का उपयोग करके इजरायल के खिलाफ एक साथ बड़े पैमाने पर हमला करने को कहा है। इस हमले को वो इसी हफ्ते या जल्द से जल्द अंजाम देना चाहते हैं। ऐसा भी कहा जा रहा है कि हमले के लिए वे रमजान खत्म होने तक इंतजार कर रहे हैं।
सूत्र का दावा है खतरा साफ और विश्वसनीय है। उन्होंने हमले को अंजाम देने के लिए यूनिट बना ली हैं और सही समय का इंतजार कर रहा हैं। राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के कार्यालय ने इस रिपोर्ट पर कोई टिप्पणी नहीं की है। कार्यालय ने इस रिपोर्ट की पुष्टि नहीं की है तो इसका खंडन भी नहीं किया है।