इंदौर ।   लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के बाद प्रशासनिक अमला सक्रिय हो गया। शाम को पुलिस कमिश्नर कार्यालय से फ्लैग मार्च शुरू हुआ, जो पार्क रोड, हाईकोर्ट तिराहा, एमजी रोड, महूनाका होते हुए शहरभर में घुमा। फ्लैग मार्च में सैकड़ों पुलिसकर्मी और वाहनों के साथ सायरन बजाते हुए चल रहे थे। उधर पुलिस ने शहर में असामाजिक तत्वों और गुंडों की धरपकड़ भी शुरू कर दी। उधर नगर निगम नेे भी सड़कों पर लगे राजनेताअेां के बैनर-पोस्टर्स हटाए। एमजी रोड,राजवाड़ा,जवाहर मार्ग, श्रमिक क्षेत्र,एमआईजी मार्ग सहित अन्य क्षेत्रों में चार ट्रक से ज्यादा होर्डिंग, बैनर, पोस्टर नगर निगम के अमले ने निकाले। अब यदि सरकारी दिवारों और बिजली पोल पर राजनीतिक दलों के बैनर लगे पाए गए तो नगर निगम संपत्ति विरुपण अधिनियम के तहत कार्रवाई करेगा।

मंत्री, मेयर ने लौटाए सरकारी वाहन

आचार संहिता लगने के बाद मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, मंत्री तुलसी सिलावट ने सरकारी वाहन लौटा दिए। इसके अलावा मेयर ने भी शासकीय सुविधाएं वापस कर दी। महापौर परिषद सदस्यों ने भी सरकारी वाहन लौटा दिए। अब तीन माह तक महापौर परिषद की बैठकें भी नहीं हो पाएगी। शनिवार को सुबह महापौर परिषद की बैठक आयोजित कर मेयर पुष्य मित्र भार्गव ने कुछ प्रोजेक्टों को मंजूरी दे दी।