बैतूल के सहायक कृषि अभियांत्रिकी दफ्तर के बाबू ने अपने ही दफ्तर के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। शव के पास एक सुसाइट नोट भी मिला। इसमें लिखा कि मेरे जाने के बाद किसी को परेशान मत करना।

सूचना मिलने पर कोतवाली टीआई संतोष पंद्रे अपने स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे। पंचनामा व मौका मुआयना करने के बाद पंखे पर फांसी के फंदे में झूल रहे लिपिक का शव उतारा गया। शव को रात में ही पोस्टमॉर्टम हाउस भेज दिया गया। मंगलवार सुबह उनके शव का पोस्टमार्टम कराया गया।

क्लर्क सेवाराम 

क्लर्क सेवाराम पिता गंगाराम (56) जो सहायक कृषि यंत्री कृषि अभियांत्रिकी कार्यालय बैतूल में नौकरी करते थे। सोमवार शाम कार्यालय समय खत्म होने के बाद देर शाम तक ऑफिस के पास उनकी गाड़ी खड़ी थी। घर नहीं लौटने पर परिजन उन्हें तलाशने रात 8.30 बजे दफ्तर पहुंचे।

दफ्तर का दरवाजा बाहर से बंद था। जिसे खोलने के बाद परिजन व स्टाफ के लोग अंदर पहुंचे। सेवाराम का शव फांसी पर पर लटका मिला। जिसे देख सभी चौंक गए। टीआई संतोष पंद्रे ने बताया शव के पास सुसाइड नोट मिला। पोस्टमार्टम के बाद मृत्यु का कारण स्पष्ट होगा।

प्रथम दृष्ट मामला आत्महत्या का है। जांच में परिजन व स्टाफ के लोगों से बयान लिए जाएंगे। ऑफिस के सहायक कृषि यंत्री प्रमोद मीणा ने बताया कोविड के कारण दो शिफ्ट में दो-दो ही कर्मचारी ऑफिस आ रहे। स्टाफ ने मुझे बताया कि लिपिक सेवाराम ने एक कर्मचारी तुषार को अपनी बाइक से शाम को छोडऩे भी गए। उसके बाद वापस ऑफिस आएं। अभी काम भी कोई इतना लोड नहीं। जो वे तनाव में होते।