चेन्नई : बीसीसीआई कार्यकारिणी की शुक्रवार को यहां बैठक होगी जिसमें एजीएम को स्थगित करने और टीम निदेशक रवि शास्त्री को लंबे कार्यकाल के लिये टीम से जोड़े रखने पर चर्चा की जाएगी। शास्त्री से अगले साल होने वाले विश्व कप तक टीम से जुड़े रहने का आग्रह किया जा सकता है।

निर्वासित अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन के गृहनगर में दो बैठकें होंगी। पहली बैठक वित्तीय समिति की होगी जो आखिरी बार वार्षिक खातों और अन्य वित्तीय लेन-देन को मंजूरी देगी। इसके बाद कार्यकारिणी की बैठक होगी जिसमें मुकुल मुद्गल जांच समिति की आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी पर अंतिम रिपोर्ट उच्चतम न्यायालय में सौंपने तक एजीएम को स्थगित करने का सर्वसम्मति से फैसला किया जाएगा। मुद्गल समिति नवंबर के पहले सप्ताह में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।

एजीएम को टालने का फैसला श्रीनिवासन के हित में होगा जो फिर से अध्यक्ष पद हासिल करने की दौड़ में हैं और अदालत के फैसले के कारण अभी बीसीसीआई प्रमुख की अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन नहीं कर रहे हैं। श्रीनिवासन के नाम का प्रस्ताव और उसका समर्थन पूर्वी क्षेत्र की दो इकाईयां ओडिशा और झारखंड कर सकती हैं। इन इकाईयों के प्रमुख रंजीब बिस्वाल और अमिताभ चौधरी दोनों ही श्रीनिवासन के वफादार हैं। यहां तक कि असम क्रिकेट संघ, बंगाल क्रिकेट संघ, एनसीसी और त्रिपुरा क्रिकेट संघ भी किसी तरह का विरोध नहीं करेगा।

श्रीनिवासन को मान्यता प्राप्त इकाइयों का दो तिहाई बहुमत हासिल है और ऐसे में सभी चाहेंगे कि उच्चतम न्यायालय के मुदगल समिति की रिपोर्ट पर फैसला करने तक इंतजार किया जाए। विदर्भ के वकील शशांक मनोहर की अगुवाई वाला विरोधी गुट के पास अपना दावा पेश करने के लिये पर्याप्त संख्या नहीं है। इसके अलावा मनोहर चुनाव में खड़े होने के इच्छुक भी नहीं हैं।

बीसीसीआई संविधान में कहा गया है कि एजीएम प्रत्येक वर्ष सितंबर में होनी चाहिए, लेकिन बीसीसीआई असाधारण परिस्थितियों का हवाला देगा क्योंकि अध्यक्ष वार्षिक रिपोर्ट और अन्य जरूरी दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने के लिये उपलब्ध नहीं रहेगा। इसको लेकर अब भी कुछ स्पष्ट नहीं हुआ है कि अंतरिम अध्यक्ष शिवलाल यादव अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता हो सकते हैं और ऐसे में यह पूर्व आफ स्पिनर एजीएम को टालने का सहज रास्ता ही चुनेगा।

दूसरा महत्वपूर्ण मसला शास्त्री को अगले साल आईसीसी विश्व कप तक पूर्णकालिक टीम निदेशक नियुक्त करना है। शास्त्री को भारत के इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में 1-3 से हार के बाद वनडे श्रृंखला के लिये टीम निदेशक बनाया गया था जिसमें टीम ने 3-1 से जीत दर्ज की थी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर बताया, ‘शास्त्री बैठक से पूर्व अपनी स्थिति के बारे में सचिव संजय पटेल को बताएंगे। पूरी संभावना है कि वह सहमत हो जाएंगे लेकिन कुछ औपचारिकताएं पूरी करनी होंगी।’ यह पहले से ही तय है कि संजय बांगड़, आर. श्रीधर और भरत अरुण को विश्व कप तक टीम से जोड़ा रखा जाएगा तथा जो डावेस ओर ट्रेवर पेनी को राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में कोई पद दिया जाएगा।