जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आलोचना करने वालों को देशद्राही समझा जाता है। केंद्र की सत्ता में बैठे लोगों को आलोचना पसंद नहीं है। विपक्ष को खत्म करना चाहते हैं। लेकिन यदि विपक्ष है तो ही पक्ष है। सरकार का मतलब तब है जब विपक्ष की आलोचना सुनने का माद्दा हो।

गहलोत बोले, मैं कहता हूं मेरी और मेरी सरकार की आलोचना होती है तो मुझे अच्छा लगता है। हो सकता है आलोचना में कुछ ऐसे तथ्य हों, जिससे सरकार में यदि सुधार हो जाए तो जनता का भला हो सकता है। उसमें दिक्कत क्या है? अगर मैं आलोचना पसंद नहीं करूं, तो सच्चाई कैसे सामने आएगी?

धर्म और जाति के नाम पर चुनाव जीतना बहुत आसान: गहलोत

टि्‌वटर के संस्थापक ने केंद्र सरकार पर जो आरोप लगाए हैं वह गंभीर बात है। यह स्थिति अच्छी नहीं है। गहलोत जयपुर में गांधी दर्शन सम्मेलन में बोल रहे थे। गहलोत ने कहा, देश किस दिशा में जाएगा कोई नहीं कह सकता है। जिस प्रकार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा के लोगों ने कब्जा किया है। धर्म और जाति के नाम पर चुनाव जीतना बहुत आसान काम होता है। यह बहादुरी का काम नहीं है। धर्म और जाति ऐसी चीज है,उसमें सबकुछ संभव है।

गहलोत ने कहा कि अन्ना हजारे, बाबा रामदेव और अरविंद केजरीवाल को आगे कर के भाजपा और संघ ने यूपीए सरकार के खिलाफ माहौल बनाया था। सीएम ने कहा, केंद्र सरकार एवं देश के प्रत्येक राज्य में शांति और अहिंसा विभाग बनना चाहिए। सीएम ने कहा, मैं भाजपा के नेताओं से कह रहा हूं कि यदि आम ईमानदारी से राजनीति कर रहे हो तो केंद्र सरकार में शांति और अहिंसा विभाग बनाइए। गांधीवाद देश और प्रदेश की बड़ी पूंजी है।

वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थ यात्रा पर रवाना किया

गहलोत ने जयपुर से तीर्थ वरिष्ठ नागरिकों की ट्रेन को रामेश्वरम-मदुरई के लिए रवाना किया। इस मौके पर गहलोत ने कहा, वरिष्ठ नागरिकों की भावनाओं का सम्मान करना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की साल,2013 में पिछली सरकार में वरिष्ठ नागरिकों के लिए तीर्थ यात्रा योजना प्रारंभ की गई थी। उस समय 41 हजार यात्रियों को विभिन्न स्थानों पर भेजकर दर्शन करवाए थे।

पिछली भाजपा सरकार ने पांच साल के कार्यकाल में इस योजना पर ध्यान नहीं दिया। अब सरकार ने 40 हजार वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थ यात्रा करवाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में 86 हजार लोगों की अस्थियां सरकारी खर्च पर विसर्जित करवाई गई।

साथ ही कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जाने वालों को एक लाख एवं सिंधु नदी के दर्शन के लिए जाने वालों के लिए दस हजार का अनुदान दिया जा रहा है। गहलोत ने प्रदेश में लोक कला विकास बोर्ड बनाने की भी घोषणा की है।