जयपुर. कानोडिया कॉलेज से घर जा रही छात्रा को बोलेरो सवार युवक व उसका साथी ने जेएलएन मार्ग पर गांधी सर्किल के पास से जबरन गाड़ी में बिठा लिया और शहर में घुमाते रहे। इस दौरान चलती कार में आरोपियों ने उससे अभद्रता की। इसके बाद छात्रा को पांच्यावाला में घर के नजदीक छोड़ गए। डरी-सहमी छात्रा घर पहुंची और परिजनों को मामले की जानकारी दी। तब परिजन छात्रा को लेकर करणी विहार थाने गए। वहां से यह कहकर लौटा दिया गया कि घटना जवाहर लाल नेहरू मार्ग की है, इस कारण गांधीनगर में रिपोर्ट दर्ज होगी। इसके बाद पीड़ित गांधीनगर थाने पहुंचे और मामला दर्ज कराया।

- घटना 12 अक्टूबर दोपहर करीब सवा दो बजे ही है। छात्रा कॉलेज से निकलकर घर जाने के लिए पैदल-पैदल बस स्टैंड जा रही थी। इसी दौरान बोलेरो में आरोपी संदीप राठौड़ व उसका परिचित आया और छात्रा को बैठने को कहा। छात्रा ने मना किया तो आरोपी बोलेरो से उतरा और जबरन उसे कार में बिठा लिया। इसके बाद गेट लॉक कर दिया। वे उसे शहर में घुमाते रहे। छात्रा ने पुलिस को बताया कि वह चिल्लाई भी, लेकिन कार के अंदर से उसकी आवाज किसी ने नहीं सुनी।

- चलती कार में आरोपी ने युवती से अभद्रता की और कई आपत्तिजनक टिप्पणियां की। करीब एक घंटे बाद आरोपी युवक छात्रा को पांच्यावाला में चलती कार से धक्का देकर फरार हो गया। वे छात्रा का बैग, मोबाइल व कैमरा भी ले गया।

- आरोपी युवक संदीप राठौड़ पांच्यावाला में रहता है और युवती का परिचित है। वारदात के बाद आरोपी युवक पीड़िता के घर गया और उसे धमकी दी कि या तो शादी कर लो नहीं तो मर्डर कर दूंगा और 7 साल की जेल काट कर आ जाऊंगा।

पीड़िता के घर जाकर धमकी दी तो थाने में पहुंचा परिवार

डरी-सहमी छात्रा ने अपनी मां को उसके बारे में बताया। इस पर छात्रा की मां युवक की मां के पास गई और सारी बात बताई। इसके बाद आरोपी युवक की मां पीड़िता के घर चली गई। कुछ देर बाद आरोपी युवक भी पीड़िता के घर आ गया। जहां आरोपी ने सबके सामने धमकी दी की या तो शादी कर ले नहीं तो मर्डर कर दूंगा और 7 साल जेल काटकर वापस आ जाऊंगा। इसके बाद पीड़ित परिवार थाने गया और केस दर्ज कराया। सोमवार को गांधीनगर थाने के

सब इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार ने पीड़िता छात्रा के बयान लिए।

पहले भी कई बार की अभद्रता, मगर छात्रा ने नजरअंदाज किया

छात्रा ने पुलिस को बताया कि वह जब कॉलेज आती थी तो आरोपी युवक पहले भी कई बार आपत्तिजनक टिप्पणियां करता था। मगर छात्रा इसे नजरअंदाज कर देती थी। वह छात्रा को लगातार परेशान करता रहा। युवती ने विरोध भी किया, लेकिन वह नहीं माना।