
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने एक बयान की वजह से मुसीबत में घिर गए हैं. अमूमन हर मौके पर शिवराज के साथ खड़े रहने वाले पार्टी के अधिकांश सीनियर लीडर ने उनके इस बयान के बाद चुप्पी साध ली है.
भिंड जिले के अटेर में 9 अप्रैल को उपचुनाव के लिए मतदान होना है. यहां प्रचार के दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुए शिवराज ने कहा था कि अंग्रेजों के साथ मिलकर तत्कालीन सिंधिया शासकों ने भिंड की जनता पर जुल्म करवाए थे. कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को घेरने के लिए दिए गया ये बयान शिवराज के लिए अब मुसीबत बन गया है.
दरअसल, सिंधिया परिवार से जुड़ी राजमाता विजयाराजे सिंधिया की भाजपा को खड़ा करने में अहम भूमिका रही थी. इसके अलावा, उनकी बेटी वसुंधरा राजे सिंधिया अभी राजस्थान में मुख्यमंत्री है, तो उनकी बहन यशोधरा राजे शिवराज कैबिनेट में शामिल हैं.
इस वजह से सिंधिया घराने के खिलाफ की गई इस तल्ख टिप्पणी के बाद शिवराज अलग-थलग पड़ते हुए नजर आ रहे हैं. केंद्रीय मंत्रियों सहित पार्टी के कई बड़े नेताओं ने शिवराज के बयान का समर्थन तो दूर इस पर प्रतिक्रिया देने से भी इनकार कर दिया है.
राजमाता की बेटी हुईं भावुक
शिवराज सिंह चौहान कैबिनेट में मंत्री और राजमाता विजयाराजे सिंधिया की बेटी यशोधरा राजे सिंधिया का इस पूरे मुद्दे को लेकर दर्द सामने आया है. उन्होंने शिवराज के बयान पर सीधी प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन इशारों-इशारों में उनके बयान को लेकर अपनी भावनाओं का इजहार कर दिया.
शनिवार को शिवपुरी में मीडिया से चर्चा में वह बोलीं, अम्मा महाराजा (राजमाता विजया राजे सिंधिया) ने पार्टी (भाजपा) को खड़ा किया, अब मैं क्या कहूं. अम्मा महाराज ने पार्टी के लिए अपनी संपत्ति तक न्यौछावर कर दी.
मीडिया को दिए एक अन्य इंटरव्यू में उन्होंने कहा, '"राजमाता ने भाजपा को खड़ा करने के लिए मेरे और बड़ी बहन (वसंधुरा राजे) के हिस्से के गहने बेचकर चुनावों में गाड़ियां भेजीं, लेकिन अब जब सरनेम और परिवार पर अपने ही लोग आरोप लगाते हैं तो दुख होता है.
केंद्रीय मंत्रियों ने साधी चुप्पी
झाबुआ में एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत ने इस पर कोई भी प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, 'शिवराज के बयान को लेकर उनके पास कोई जानकारी नहीं है. मैं विश्वास नहीं करता हूं कि शिवराज ने ऐसा कहा होगा.'
ग्वालियर में रविवार को एक कार्यक्रम के दौरान केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर से जब इस पर प्रतिक्रिया चाही गई तो उन्होंने हंसकर कुछ भी बोलने से मना कर दिया. उनका कहना था कि वे जिस कार्यक्रम में आए हैं उसी से संबंधित बात करेंगे. उनसे मीडिया के लोग जबरन कुछ भी नहीं बुलवा सकते.
वहीं कार्यक्रम में मौजूद प्रदेश की स्थानीय निकाय मंत्री मायासिंह से जब प्रतिक्रिया ली गई तो उनका चेहरा उतरा हुआ था. उन्होंने पहले तो कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया लेकिन बाद में इतना जरुर कहा कि वो भगवान के बाद किसी को मानती हैं तो वो राजमाता विजयाराजे सिंधिया हैं.
शिवराज बोले, 'राजमाता सिंधिया में हमारी श्रद्धा और निष्ठा'
शहडोल जिले के बांधवगढ़ विधानसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी शिवनारायण सिंह के पक्ष में वोट मांगने उमरिया पंहुचे सीएम शिवराज ने तीन बड़े गांवों में बड़ी जनसभाएं की.
सलैया गांव में जनसभा के बाद जैसे ही पत्रकारों ने शिवराज से हाल ही में ज्योतिरादिया सिंधिया पर की गई टिपण्णी को लेकर सवाल किया तो वह सवालों से बचने लगे. हालांकि, जैसे ही राजमाता का सवाल आया तो उन्हें पूज्यनीय, वन्दनीय और पूरे प्रदेश की माता बताते हुए कहा है कि राजमाता विजयाराजे सिंधिया के प्रति उनकी अनन्य श्रद्धा व निष्ठा है.