छत्तीसगढ़| छत्तीसगढ़ में एक ओर शराबबंदी को लेकर हंगामा मचा हुआ है। सरकार और विपक्ष के बीच लगातार बयानबाजी जारी है। ऐसे में बालोद जिले की ग्राम पंचायत करही बदर के ग्रामीण शराब दुकान खोलने की मांग को लेकर कलेक्टर के पास पहुंच गए। उन्होंने शासन के नाम ज्ञापन भी सौंपा है। ग्रामीणों ने कहा कि क्षेत्र में अवैध रूप से शराब बिक रही है। इसे रोकने जुर्माना भी लगाया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इससे बेहतर है कि बंद हो चुकी पुरानी शराब भट्टी को फिर से खोल दिया जाए। 

पहले संचालित थी शराब दुकान

करीब 7 से 8 साल पहले गांव में शराब दुकान थी। उस समय अवैध शराब की बिक्री लगभग ना के बराबर थी। सरपंच ने बताया कि आज गांव पूरी तरह अवैध शराब के कब्जे में हैं। लाख कोशिशों के बावजूद भी हम सब इस पर लगाम नहीं लगा पाए हैं। सरपंच का कहना है कि पहले जहां पर शराब दुकान संचालित होती थी, उसी जगह पर फिर से खोल दी जाए। अवैध शराब के चलते गांव में अशांति हो रही है। पहले 50 हजार रुपये जुर्माने का प्रावधान भी किया गया, पुलिस कार्रवाई भी होती है, पर फायदा नहीं हुआ। 

उप तहसील की भी मांग

ग्रामीणों ने इस पत्र के माध्यम से उप तहसील की भी मांग की है। संजरी बालोद विधानसभा क्षेत्र में ग्राम करही बदल बीज का प्रमुख गांव है। यहां पर लगभग 15 से 20 गांव आश्रित रहते हैं। यहां पर एक बड़ा मवेशी बाजार और एक बड़ा सब्जी बाजार लगता है। मवेशी बाजार से तो बस्तर के लोग भी निर्भर रहते हैं। पूरे प्रदेश भर में यहां से मवेशियों की खरीदी बिक्री होती है।

अवैध अतिक्रमण भी तोड़ने रखी बात 

ग्राम के प्रतिनिधियों एवं पंचायत प्रतिनिधियों ने बताया कि गांव में अवैध अतिक्रमण भी तेजी से बढ़ रहा है। विशेषकर बाजार क्षेत्र में अतिक्रमण बढ़ रहा है। इसको तोड़ने और अतिक्रमण पर कार्रवाई करने के लिए भी डिप्टी कलेक्टर के पास मांग को रखा गया है ताकि गांव में शांति व्यवस्था बनी रहे।