मध्यप्रदेश में होने जा रहे राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा की रस्साकशी के बीच बसपा भी कूद गई है. बसपा विधायक बलवीर डंडौतिया ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि प्रदेश के एक मंत्री ने उनको खरीदने की कोशिश की थी.

मुरैना जिले की दिमनी विधानसभा से बसपा विधायक बलवीर डंडौतिया ने भाजपा पर हॉर्स ट्रेडिंग की कोशिश करने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि वे कांगेस को ही वोट देंगे.

दरअसल, राज्यसभा चुनाव में भाजपा ने अपना तीसरा उम्मीदवार निर्दलीय खड़ा करके कांग्रेस की आसान जीत का गणित बिगाड़ दिया है. कांग्रेस का साथ देने के लिए बसपा सुप्रीमो मायावती ने पार्टी के चार विधायकों को बकायदा व्हिप भी जारी किया है.

इससे पहले राज्यसभा के लिए कांग्रेस प्रत्याशी विवेक तन्खा ने ट्विटर के जरिए भाजपा पर निशाना साधाते हुए हॉर्स ट्रेडिंग की कोशिश करने का आरोप लगाया है. विवेक तन्खा ने ट्वीट कर लिखा- राज्यसभा चुनाव निर्णायक दौर में पहुंच गया है. कई राज्यों में बीजेपी निर्दलीय उम्मीदवार खड़े करते हुए हॉर्स ट्रेडिंग की कोशिश कर रही है.

उधर, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष रघुनंदन शर्मा ने कहा है कि कांग्रेस के कुछ विधायक भाजपा प्रत्याशी विनोद गोटिया के पक्ष में वोट डालेंगे. बीते तीन दिनों में समीकरण बदल गए हैं. ईटीवी से खास बातचीत रघुनंदन शर्मा ने कहा कि, सच पूछा जाए तो विनोद गोटिया भाजपा के ही प्रत्याशी हैं. उन्हें निर्दलीय कहने का कोई अर्थ नहीं बचता.

गौरतलब है कि प्रदेश के कुल 230 विधायक 11 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव में वोट डालेंगे. इनमें बीजेपी के 165, कांग्रेस के 57, बसपा के 4 और 4 निर्दलीय विधायक शामिल हैं.

उल्लेखनीय है कि भाजपा ने अपना तीसरा उम्मीदवार निर्दलीय खड़ा करके कांग्रेस की आसान जीत का गणित बिगाड़ दिया है. लिहाज़ा जीत के आंकड़े हासिल करने के लिए दोनों ही दलों ने जुगत भिड़ानी शुरू कर दी है.

मैजिक फिगर अट्ठावन को हासिल करने में मौजूदा हालात में कांग्रेस मजबूत नज़र आ रही है. दरअसल, कांग्रेस के पास 57 विधायक हैं. जीत के लिए केवल एक वोट की दरकार है, लेकिन कई वोट फिसल भी सकते हैं.

हालांकि, मुंबई में चल करा रहे कांग्रेस विधायक और नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे को डाक मतपत्र से वोट डालने की अनुमति मिल चुकी है. उधर, कांग्रेस के एक और विधायक गोवर्धन उपाध्यय इंदौर के एक अस्पताल में भर्ती हैं, जिन्हें एयर एंबुलेंस से लाने की तैयारी चल रही है. वहीं, एक और बड़वानी से विधायक रमेश पटेल जेल में बंद थे, जिन्हें जमानत मिल चुकी है.

इस बीच बसपा के 4 विधायक कांग्रेस के लिए संजीवनी बन गए हैं. ऐसे सियासी हालात में कांग्रेस किसी भी हालत में 58 तक पहुंचती नज़र आ रही है, लेकिन अब भाजपा उसका गणित बिगाड़ने में लगी है.

भाजपा में रणनीति बन रही है कि अपने तीन उम्मीदवारों के लिए विधायकों के तीन गुटों में बांटा जाए. इससे दो उम्मीदवारों यानी अनिल दवे और एमजे अकबर की जीत तय हो जाएगी.

इन 116 विधायकों को वोट के बाद बाकी बचे 49 विधायक प्रत्याशी विनोद गोटिया को वोट करेंगे. इसके बाद विनोद गोटिया को केवल 9 वोट हासिल करके 58 का जादुई आंकड़ा हासिल करना होगा.

विनोद गोटिया को तीन निर्दलीय का समर्थन मिलना आसान है. निर्दलीय थांदला विधायक कल सिंह भाबर और सीहोर विधायक स्वदेश राय भाजपा को खुला समर्थन देते हैं. सिवनी विधायक दिनेश राय मुनमुन क्षेत्र के विकास के नाम पर सरकार के साथ खड़े हो सकते हैं. इसी के चलते भाजपा कांग्रेस के वोट कम करवाने में लगी है.