अगस्ता वेस्टलैंड घूसकांड को लेकर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि इस मामले में किसी को नहीं छोड़ा जाएगा. जांच एजेंसियां बड़ी मछलियों का पीछा कर रही हैं और जल्द वो शिकंजे में होंगी. आज तक ने इस मामले को लेकर पर्रिकर से खास बातचीत की.

रक्षा मंत्रालय की निगरानी अगस्ता केस की जांच
मनोहर पर्रिकर ने कहा कि अगस्ता केस की जांच रक्षा मंत्रालय की निगरानी में जा रही है. मंत्रालय ने इस केस जुड़े सभी दस्तावेज ईडी और सीबीआई को दे दिया है. केंद्रीय मंत्री ने फिर दोहराया कि इटली से इस मामले से जुड़े जो भी नाम मिले हैं उन सबके के खिलाफ जांच होगी और जांच एजेंसियां सभी से पूछताछ करेंगी.

कांग्रेस नेताओं के नाम लेने से डर नहीं
एक सवाल के जवाब में पर्रिकर ने कहा कि वो इस मामले को लेकर निजी तौर पर कांग्रेस के किसी नेताओं का नाम नहीं लेना चाहेंगे, क्योंकि नाम लेने का काम जांच एजेंसियों का है और समय आने पर एजेंसियां सबूत के साथ खुलासा करेगी. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार जहां भी होगा वहां निष्पक्ष जांच होगी.

शौरी को पर्रिकर का जवाब
अरुण शौरी के उठाए सवाल का जवाब देते हुए पर्रिकर ने कहा कि वो शौरी का सम्मान करते हैं. लेकिन उन्होंने अगस्ता वेस्टलैंड को लेकर जो सवाल उठाया है कि सरकार ने इटली की निचली अदालत में दो आरोपियों के खिलाफ अपील क्यों नहीं की? पर्रिकर की मानें तो निचली अदालत ने दोनों को करप्शन चार्ज से बरी कर दिया था. लेकिन अब ऊपरी अदालत में इस मामले को लेकर कुछ तथ्य जोड़े हैं जिसके बाद सरकार आगे की रणनीति में जुटी है.

अगस्ता केस की फाइलें सुरक्षित
अगस्ता वेस्टलैंड की जांच से जुड़ी फाइलों को जलने की खबरों पर विराम लगाते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि इस मामले से जुड़े सभी दस्तावेज सुरक्षित हैं. आग में दूसरे केसों से जुड़ी नॉर्मल फाइलें जली हैं.