नई दिल्ली : नेताजी सुभाषचंद्र बोस के संबंध में जापान की ओर से इस साल के अंत तक दो महत्वपूर्ण फाइलों को सार्वजनिक किया जाएगा जबकि बाकी ऐसी ही तीन अन्य फाइलों के बारे में जापान सरकार ने कोई आश्वासन नहीं दिया है।

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरेन रिजीजू ने लोकसभा में आज प्रश्नकाल के दौरान सदस्यों के सवालों के जवाब में यह जानकारी देते हुए बताया कि जापान के पास मौजूद ये पांच फाइलें नेताजी के बारे में जानने के लिए ‘महत्वपूर्ण' हैं। उन्होंने बताया कि जापान ने हमें बताया है कि वह इस वर्ष के अंत तक पांच में से ऐसी दो फाइलों को सार्वजनिक करेगा लेकिन बाकी तीन फाइलों के बारे में उसने कोई प्रतिबद्धता नहीं जतायी है। रिजीजू ने कहा कि लेकिन हमें उम्मीद है कि वे बाकी तीन फाइलों को भी सार्वजनिक करेंगे। उन्होंने साथ ही यह जानकारी भी दी कि नेताजी से संबंधित दो फाइलें जो प्रधानमंत्री कार्यालय और गृह मंत्रालय के पास थीं उनका कुछ पता नहीं चल पाया है और उन्हें तलाशने के प्रयास जारी हैं।

गृह राज्य मंत्री ने बताया कि पीएमओ के पास जो फाइल थी उसके बारे में समझा जाता है कि वह उन अस्थियों को रेंकोजी मंदिर से भारत वापस लाने और लालकिले में रखे जाने के बारे में थीं जिनके बारे में समझा जाता है कि वे नेताजी की हैं। इसी प्रकार गृह मंत्रालय की फाइल भी नेताजी की अस्थियों के बारे में ही समझी जाती है। इन दोनों फाइलों को तलाशने के प्रयास जारी हैं। रिजीजू ने बताया कि भारत ने उन सभी देशों से दस्तावेज हासिल करने के लिए संपर्क किया है जिनसे नेता जी का संबंध रहा था और उन्होंने भारत की अपील का जवाब दिया है। रिजीजू ने बताया कि आस्ट्रिया, रूस और अमेरिका ने भारत सरकार को बताया है कि उनके पास नेताजी से जुड़े कोई दस्तावेज नहीं हैं जबकि ब्रिटेन ने बताया है कि उसके पास मौजूद सभी 62 फाइलों को ब्रिटिश लाइब्रेरी को सौंप दिया गया और वे जनता के लिए उपलब्ध हैं। जर्मनी ने भी बताया है कि नेताजी से जुड़ी फाइलों को सार्वजनिक कर उन्हें अभिलेखागार में रखा गया है।

रिजीजू ने बताया कि नेताजी के बारे में पता लगाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा गठित किए गए दो जांच आयोगों का मानना था कि बोस 1945 में ताइवान में एक विमान हादसे के बाद मारे गए थे लेकिन मुखर्जी आयोग ने पिछले दो आयोगों की जांच को खारिज कर दिया था। उन्होंने कहा कि हम यह बताने की स्थिति में नहीं हैं कि वास्तव में नेताजी को क्या हुआ था। उन्होंने साथ ही बताया कि सरकार ने नेताजी के बारे में अभी तक 150 फाइलों को सार्वजनिक किया गया है और अब हर माह 25 फाइलों को सार्वजनिक किया जाएगा।