उज्जैन : मध्यप्रदेश के उज्जैन में साधु-संतों की पेशवाई निकलने का सिलसिला जारी है. तीन अखाड़ों के बाद तपोनिधि आनन्द अखाड़ा पंचायती की पेशवाई शुक्रवार को सुबह 10 बजे निकलेगी.

नीलगंगा पड़ाव स्थल से इष्टदेव भगवान सूर्यनारायण और भालादेव के पूजन-अर्चन के बाद निकलने वाली इस पेशवाई में 2 हाथी, 8 घोड़े और 21 रथ शामिल होंगे. वहीं, सात बैण्ड भी धार्मिक स्वर-लहरियां बिखरेंगे.

अखाड़े के पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर ज्ञानानंदजी महाराज और महामण्डलेश्वर सुरेंद्रगिरिजी, नरेन्द्रगिरिजी लातूर, रवीन्द्रपुरीजी, महन्त धनराजगिरिजी, कैलाशपुरीजी, कालूगिरिजी, कल्याणगिरिजी, शांतिपुरीजी, तपनभारतीजी, बालकगिरिजी महाराज भी रथ पर सवार होकर पेशवाई में शामिल होंगे.

अखाड़े के कारोबारी भैरोगिरिजी ने बताया कि पेशवाई नीलगंगा से प्रारंभ होकर फ्रीगंज, देवास गेट, मालीपुरा, दौलतगंज, सती गेट, छत्री चौक, गोपाल मंदिर से दानी गेट छोटी रपट, हनुमानबाग से अखाड़े की सिंहस्थ छावनी में प्रवेश करेगी. पेशवाई में नागा सन्यासी के अलावा महामण्डलेश्वर महन्त एवं विभिन्न अखाड़ों के प्रतिनिधि भी भाग लेंगे.

इससे पहले सोमवार को यहां श्री तपोनिधि निरंजनी अखाड़े की पेशवाई निकाली गई. श्री पंचायती आव्हान अखाड़ा की द्वितीय पेशवाई उज्जैन में नीलगंगा स्थित पड़ाव क्षेत्र से निकल चुकी है. जिसमें सिंहस्थ नगरी उज्जैन में साधु-संतरूपम नजर आया. वहीं, सबसे पहले पंच दशनाम जूना अखाड़े की पेशवाई के साथ ही सिंहस्थ महाकुंभ का आगाज हुआ था.