कर्नाटक में दस दिन के भीतर दूसरी बार 12वीं का रसायन शास्त्र का पेपर लीक होने पर परीक्षा फिर रद्द हुई है। इसके बाद राज्य में कई जगह हिंसा भड़की है। राज्य सरकार ने मामले की जांच सीआईडी को सौंप दी है और शिक्षा विभाग के 40 अधिकारियों को निलंबित किया गया है। अब यह परीक्षा 12 अप्रैल को होगी।

कर्नाटक में 12वीं बोर्ड परीक्षा के अंतर्गत वीरवार को रसायन शास्त्र का पेपर दूसरी बार संपन्न होना था। लेकिन राज्य में दो जगहों से पेपर लीक होने की सूचना के बाद परीक्षा रद्द कर दी गई। इसके बाद छात्रों और अभिभावकों ने राज्य सरकार की शिक्षा व्यवस्था के खिलाफ नारे लगाते हुए विरोध शुरू कर दियाा। कई जगहों पर पथराव भी हुआ। जिसमें कुछ छात्र घायल भी हुए हैं। विरोध कर रहे छात्रों का कहना था कि बार बार बोर्ड परीक्षा रद्द होने से उनपर अतिरिक्त दबाव पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी प्रभावित हो रही है।

दस दिन में दूसरी बार पेपर लीक होने का मामला विधानसभा में भी उठा। विपक्ष के भाजपा सदस्यों ने प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मंत्री किममाने रत्नाकर के इस्तीफे की मांग की। प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा मंत्री ने बताया कि इस मामले में 40 अफसरों और स्टाफ के कुछ सदस्यों को निलंबित किया गया है।

वहीं गृह राज्य मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि सरकार इस मामले में गंभीर है। सीआईडी को जांच सौंप दी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी।  राज्य भर से 1.74 लाख छात्र इस परीक्ष में हिस्सा ले रहे हैं।