ग्वालियर। एटीएम क्लोनिंग कर लोगों के अकाउंट से हजारों रुपए आसानी से निकालकर ठगी करने वाले 3 ठग पुलिस के हाथ लगे हैं। प्रारंभिक पूछताछ में उन्होंने 600 क्लोनिंग की वारदातों को कबूल किया है। जिनमें से ज्यादातर वारदातें भोपाल, इंदौर, पूणे, हैदराबाद, बैंगलुरू व चेन्नई में कबूल की है। शुक्रवार को भोपाल के आशोक गार्डन थाना पुलिस को यह सफलता मिली है। पिछले दो साल में 50 से अधिक वारदातें ग्वालियर शहर में भी इस तरह की हो चुकी हैं। शहर में हुई इन वारदातों के संबंध में ग्वालियर क्राइम ब्रांच की एक टीम को भोपाल भेजा जा रहा है। यह टीम शहर में हुई एटीएम क्लोनिंग की वारदातों के संबंध में पूछताछ करेगी।

शुक्रवार को अशोका गार्डन थाना इलाके की पुलिस को सूचना मिली थी कि तीन संदिग्ध युवक इनोवा कार लेकर शहर में घूम रहे हैं। जिस पर पुलिस ने कार को ट्रेस किया और तीनों युवकों को हिरासत में लिया। इनके पास से काफी मात्रा में एटीएम कार्ड, टेबलेट, एटीएम कार्ड रीडर-राइडर डिवाइस, ईडीसी मशीन मिले हैं। युवकों की पहचान मुम्बई मीरा रोड निवासी इमरान खान, कमाल खान और 22 वर्षीय रितेश अग्रवाल के रूप में हुई है। जब इनको थाने लाकर पूछताछ की गई तो इन्होंने एटीएम क्लोनिंग कर ठगी करने की बात कबूली है। गिरोह ने ज्यादातर वारदातें विदेशों में करने की बात कबूली है। पर 600 में से 30 फीसदी वारदातें देश और प्रदेश के बड़े शहरों में करना भी कबूल कर रहे हैं। जिसके बाद भोपाल पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।

ग्वालियर पुलिस की टीम आज होगी रवाना

एसपी हरिनारायणा चारी मिश्र ने बताया कि एटीएम क्लोनिंग से ठगी करने वाले गिरोह के पकड़े जाने की सूचना मिली है। अभी तक गिरोह ने ग्वालियर में वारदातें करना कबूल नहीं किया है। पर ग्वालियर क्राइम ब्रांच की एक टीम को पूछताछ के लिए जल्द ही भोपाल के लिए रवाना किया जा रहा है। वर्ष 2015 में मार्च और अप्रैल महीने में करीब 20 से 25 वारदातें इसी तरह की सामने आई थी। इस मामले में खुलासा हो सकता है।

मास्टर माइंड से नाइजीरियन से सीखी थी क्लोनिंग

एटीएम क्लोनिंग गिरोह का सरगना इमरान खान है। उसने पुलिस को बताया है कि उसने एटीएम क्लोनिंग करना करीब डेढ़ साल पहले मुम्बई में पूल गेम खेलते समय नाइजीरियन हैकर्स से दोस्ती करने के बाद खीकी थी। तभी से वह इसमें महारत हासिल कर चुका है।