नयी दिल्ली : दिल्ली में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दूसरे दिन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी के दौरान पारित हुए राजनीतिक प्रस्ताव में शनिवार को राष्ट्रवाद के विषय पर पार्टी की भूमिका भी शामिल थी. भाजपा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का समर्थन करती है लेकिन राष्ट्रवाद की विचारधारा से समझौता नहीं किया जाएगा.

जेटली ने यूपीए पर प्रहार करते हुए कहा कि देश में पहले दिशाहीन सरकार थी, लेकिन अब फैसला लेने वाली सरकार है. पठानकोट हमले को हमने अच्छे से निपटाने का काम किया. हमने पूर्व सैनिकों की मांग को पूरा किया, इसी दिशा में अजेंडा फॉर गवर्नेंस बना था जम्मू में हम आज भी उसके लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने कहा कि इशरत जहां मामले में देश की सुरक्षा से खिलवाड़ हुआ है.

आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर जेटली ने कहा कि पांच राज्यों में चुनाव होने हैं. पार्टी का संगठन कमजोर था, हमने सदस्यता अभियान, स्थानीय निकाय चुनाव के जरिए पार्टी संगठन का विस्तार किया है. हम इसी लक्ष्य से आगामी विधानसभा में चुनाव लड़ेंगे.

जेटली ने कहा कि दलितों उद्यमी और व्यवसायियों को एक इंस्टिट्यूशन के रूप में खड़ा किया जाए, ऐसा सरकार का लक्ष्य है. सबका विकास सरकार का लक्ष्‍य है. दुनिया में तेजी से प्रगति करने वाला देश भारत है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की राजनीतिक महात्वाकांक्षा कम हुई है, और वह निचले स्तर पर ही खुश है उसने हर जगह गठबंधन किया है. उत्तराखंड मामले पर उन्होंने कहा कि यहां राजनीतिक संकट भाजपा के कारण नहीं है, कांग्रेस में ही अंतर्विरोध के कारण ऐसी स्थिति हुई है.

जेटली ने कहा कि भाजपा ने आरक्षण का हमेशा समर्थन किया है और करेगी. हम दलित उद्यमियों को ज़ॉब क्रिएटर बनाने पर जोर देंगे. उन्होंने कहा कि भारत के लोगों को भारत माता की जय कहने में कोई परेशानी नहीं है, जैसा आपने ईडन गार्डन्स में कल देखा.