मुंबई। एनसीपी के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री छगन भुजबल को उनके खिलाफ दर्ज घोटाले मामले में जांच और अन्य मामले में 10 घंटे तक पूछताछ के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार की रात उन्हें गिरफ्तार कर लिया. ईडी के एक अधिकारी के मुताबिक पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री की गिरफ्तारी पीएमएलए के प्रावधानों के तहत हुई है. उन्होंने पूछताछ में कथित तौर पर सहयोग करने से मना कर दिया.एजेंसी ने मामले में उनका बयान भी दर्ज किया.

 महाराष्ट्र सदन से जुड़े ठेके देने में करोड़ों की घूस लेने के मामले में छगन भुजबल के बेटे पंकज और भतीजे समीर भी आरोपी हैं. छगन भुजबल को आज दोपहर करीब 12 बजे मुंबई के सेशन्स कोर्ट में पेश किया जाएगा. अधिकारी ने कहा कि भुजबल को गिरफ्तार किये जाने से पहले उनसे 10 घंटे पूछताछ हुई और कल उन्हें अदालत के सामने पेश किया जाएगा. एजेंसी ने दिल्ली स्थित महाराष्ट्र सदन निर्माण घोटाला और कालिना भूमि कब्जा मामले की जांच के लिए मुंबई पुलिस की प्राथमिकी के आधार पर पीएमएलए के प्रावधानों के तहत भुजबल, उनके बेटे और भतीजे और अन्य के खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज की है.

महाराष्ट्र सदन से जुड़े ठेके देने में करोड़ों की घूस लेने के मामले में छगन भुजबल के भतीजे समीर को भी गिरफ्तार किया गया था। इससे पहले एनसीपी के वरिष्ठ नेता, विधानपाषर्द जितेंद्र अव्हाद के साथ कड़ी सुरक्षा के बीच दिन में साढ़े ग्यारह बजे दक्षिण मुंबई के बलार्ड पीर में ईडी के कार्यालय पहुंचे. ईडी के कार्यालय में घुसने के पहले भुजबल ने कहा, ‘‘यह राजनीतिक प्रतिशोध है. सत्य सामने आएगा. मैं ईडी के साथ सहयोग करूंगा.’’ ईडी कार्यालय के बाहर जमा बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए जबकि किसी भी अप्रिय घटना को टालने के लिए निषेधाज्ञा लागू की गयी थी.