अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने दावा किया है कि तमिलनाडु के वेल्लोर में बस ड्राइवर की मौत उल्का पिंड गिरने से हुए विस्फोट की वजह से नहीं हुई थी. बुधवार को नासा ने कहा कि जमीन में हुए विस्फोट के कारण उसकी मौत हुई.

नासा ने किया दावों का खंडन
नासा ने मीडिया में आ रही उन खबरों का खंडन किया है, जिनमें कहा जा रहा था कि 8 फरवरी को नटरामपल्ली के भारतीदासन इंजीनियरिंग कॉलेज में हुए विस्फोट में बस ड्राइवर कामराज की मौत हो गई थी, जो उस वक्त कॉलेज बिल्डिंग के नजदीक से गुजर रहा था. उल्का पिंड को इस विस्फोट की वजह बताया जा रहा था.

तीन अन्य लोग जख्मी
इस घटना में तीन माली भी घायल हो गए, जो विस्फोट के समय उस जगह की सफाई कर रहे थे. प्रत्यक्षदर्शीयों ने बताया था कि शनिवार की दोपहर उन्होंने किसी उड़ती हुई चीज को धरती की तरफ आते और कैंपस ग्राउंड में गिरते देखा था.

नासा की रिपोर्ट में दावा गलत
नासा के विशेषज्ञों ने आसमान से गिरी पत्थर जैसी दिखने वाली चीज के उल्का पिंड का हिस्सा होने की संभावना से इनकार किया है. नासा के लिंडले जॉनसन ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि पत्थर जैसी चीज की ऑनलाइन पोस्ट की गई तस्वीरों के आधार पर ये उल्का पिंड की बजाए लैंड-बेस्ड धमाका ज्यादा लगता है.