बर्मिंगम : ऐजबेस्टन के मैदान पर खेले गए टी20 मैच में इंग्लैंड ने भारत को 3 रनों से हरा दिया है। इंग्लैंड ने भारत के सामने जीत के लिए 181 रन का टारगेट रखा था, लेकिन 20 ओवर खत्म होने पर भारतीय टीम 177 रन ही बना पाई। इससे पहले इंग्लैंड की तरफ से कप्तान इयॉन मोर्गन ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 31 गेंद पर 71 रन बनाए और इंग्लैंड को के स्कोर को 7 विकेट पर 180 रन तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।

181 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। दूसरे ओवर की आखिरी बॉल पर ओपनर अंजिक्य रहाणे 8 रन बनाकर बोल्ड हो गए। इसके बाद शिखर धवन और कोहली ने पारी को संभाले रखा। 11वें ओवर की पहली ही बॉल पर धवन 33 के स्कोर पर पविलियन लौट गए। इस वक्त भारत का स्कोर 89 रन था।

विराट कोहली ने शानदार बैटिंग जारी रखी, लेकिन पंद्रहवें ओवर में वह हेल्स की बॉल पर फिन को कैच थमा बैठे। उन्होने 41 बॉल्स पर 9 चौकों और 1 छक्के की मदद से 66 रन की शानदार पारी खेली। इसके बाद आए रैना 20 बॉल पर 25 रन बनाकर आउट हो गए। इस वक्त भारत का स्कोर 145 रन था। जीत के लिए 19 बॉल्स में 36 रन चाहिए थे। एक तरफ धोनी क्रीज पर थे तो दूसरी तरफ रविंद्र जडेजा। मगर जडेजा 7 रन बानकर रन आउट हो गए।

अब भारत का स्कोर 5 विकेट के नुकसान पर 152 रन था। भारत को जीत दिलाने की जिम्मेदारी धोनी और रायडू के कंधों पर थी। आकिरी ओवर में जीत के लिए 17 रन चाहिए थे। धोनी बैटिंग एंड पर थे। क्रिस के इस ओवर की पहली ही बॉल पर उन्होंने छक्का जड़ दिया। अब 5 बॉल्स में 11 रनों की दरकार थी। अगली बॉल पर धोनी ने जोरदार शॉट खेला, लेकिन दो ही रन मिले। तीसरी बॉल डॉट बॉल रही। अब 3 बॉल्स मे 9 चाहिए थे। चौथी बॉल पर धोनी ने चौका जड़ दिया।

भारत को जीत के लिए आखिरी दो बॉल्स पर 5 रन चाहिए थे। पांचवीं बॉल पर धोनी ने बड़ा शॉट खेलने की कोशिश की, लेकिन वह कामयाब नहीं हो पाए। सिंगल लिया जा सकता था, लेकिन उन्होंने रायडु को वापस भेज दिया। वह स्ट्राइक अपने पास रखना चाहते थे। आखिरी बॉल कैप्टन धोनी बड़ा शॉट खेलने की कोशिश की, लेकिन वह नाकाम रहे। इसके साथ ही इंग्लैंड ने 3 रन से जीत हासिल कर ली।

इससे पहले इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला किया। इंग्लैंड का पहला विकेट तीसरे ओवर में गिरा जब 26 के कुल स्कोर पर अपना डेब्यू मैच खेल रहे जेसन रॉय (8) मोहम्मद शमी की गेंद पर रहाणे को कैच दे बैठे। उनके बाद आए मोइन अली खाता भी नहीं खोल पाए और पविलियन की राह पकड़ ली। इंग्लैंड 27 रन के कुल स्कोर पर अपने दो बेशकीमती विकेट खो चुका था।

अली के आउट होने के बाद ऐलेक्स हेल्स और जो रूट ने पारी को आगे बढ़ाया। इंग्लैंड के लिए एक बड़ी साझेदारी बनती दिख ही रही थी कि हेल्स (40) आउट हो गए। उस समय इंग्लैंड का स्कोर 75 रन था। हेल्स के आउट होने के कुछ देर बाद ही रूट भी चलते बने और इस तरह इंग्लैंड का चौथा विकेट भी गिर गया। रूट ने 29 गेंद खेलकर 26 रन बनाए।

पांचवे विकेट के लिए कप्तान मोर्गन और जोस बटलर में 45 रन की साझेदारी हुई, जिसमें मोर्गन का अकेले का योगदान 35 रन का था। यह साझेदारी तब टूटी जब पांचवे विकेट के रूप में बटलर 10 रन के व्यक्तिगत स्कोर पर आउट हो गए। उस समय इंग्लैंड का स्कोर 130 रन था।

छठे विकेट के लिए सिर्फ 13 गेंद में 36 रन की पार्टनरशिप हुई, और यह मोर्गन के आउट होने के साथ ही टूटी। मोर्गन ने सिर्फ 31 गेंद पर 71 रन बनाए। अंतिम ओवर्स में रवि बोपारा (9 गेंद पर 21 रन नॉटआउट) ने धुंआधार बल्लेबाजी करते हुए अपनी टीम के स्कोर को 7 विकेट के नुकसान पर 180 रन तक पहुंचा दिया।भारत की तरफ से मोहम्मद शमी ने शानदार बोलिंग करते हुए 4 ओवर में 38 रन देकर 3 विकेट लिए। कर्ण शर्मा, मोहित शर्मा और रविंद्र जडेजा को एक-एक विकेट मिला।