केंद्र की एनडीए सरकार अब रोहित वेमुला के सुसाइड मामले में हालात संभालने की कोशिशों में जुट गई है. मामले में जहां छात्रों का प्रदर्शन जारी है, वहीं हैदराबाद यूनिवर्सिटी के वीसी अप्पा राव बेमियादी छुट्टी पर चले गए हैं. राव की जगह प्रोफेसर विपिन श्रीवास्तव कामकाज संभालेंगे.

'आज तक' से खास बातचीत में विपिन श्रीवास्तव ने कहा, 'मैं सिर्फ अंतरिम कुलपति हूं. सभी रास्ते खुले हुए हैं. मेरी कोशि‍श रहेगी कि छात्रों को समझाया जाए और उन्हें शांत किया जाए. मैं चाहूंगा कि सोमवार से विश्वविद्यालय का कामकाज शुरू हो जाए. मेरा पहला प्रयास रहेगा कि प्रशासनिक इमारत की घेराबंदी को खत्म करवाया जाए और प्रदर्शनकारियों को वार्ता के लिए आमंत्रित किया जाए.' श्रीवास्तव ने कहा कि रोहित की मौत से सभी दुखी हैं.

गौरतलब है कि यूनिवर्सिटी की आधिकारिक वेबसाइट पर कुलपति को लेकर जानकारी दी गई है. साथ ही यह भी कहा गया है कि उनकी अनुपस्थिति में डॉ. विपिन श्रीवास्‍तव कार्यकारी कुलपति के रूप में यूनिवर्सिटी का कार्यभार देखेंगे.

बता दें कि रोहित की आत्‍महत्‍या के बाद से ही मामले में राजनीति जारी है. यूनिवर्सिटी द्वारा छात्रों का निलंबन वापिस लिए जाने के बाद राहित के परिवार को 8 लाख रुपये की आर्थिक मदद का भी ऐलान किया गया था, लेकिन शनिवार को परिजनों ने अनुग्रह राशि‍ लेने से इनकार कर दिया. परिजनों की मांग है कि रोहित की आत्‍महत्‍या के लिए जिम्‍मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. परिजनों ने इसे हत्या का मामला बताया है.

JNU के छात्रों ने शुरू की अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल
दूसरी ओर, नई दिल्ली स्थि‍त जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्रों ने रविवार को रोहित के लिए इंसाफ की मांग करते हुए अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की है. यूनिवर्सिटी के तीन छात्रों सूचिश्री, लेनिन कुमार और शुभांसू एक सप्ताह के लिए हैदराबाद विश्वविद्यालय में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल कर रहे सात छात्रों के प्रति एकजुटता प्रदर्शित करते हुए अनशन पर बैठे.
जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष लेनिन कुमार ने कहा कि जेएनयू के अन्य छात्र भी इन तीनों के साथ क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठेंगे. उन्होंने कहा, 'जिन हालात में रोहित को अपनी जान देने के लिए मजबूर होना पड़ा, वैसे हालात से हमारे देश में बड़ी मुश्किलों से उच्च शिक्षा तक पहुंचने वाले लाखों दलित छात् र सामना कर रहे हैं. उसका सुसाइड नोट इस बात की मजबूत गवाही है कि हमारी शिक्षा व्यवस्था ने किस तरह दलितों के लिए सांस्थानिक भेदभाव और कठिनाइयों को बढ़ाया है.'

 

हैदराबाद में भी छात्रों की भूख हड़ताल जारी
दलित शोध छात्र रोहित की खुदकुशी के विरोध में भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों के शनिवार को अस्पताल में भर्ती होने के एक दिन बाद सात छात्रों के नए दल ने भूख हड़ताल जारी रखी. भूख हड़ताल पर बैठे छात्र हैदराबाद विश्वविद्यालय के कुलपति को हटाने और मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं.

यूनिवर्सिटी के सुरक्षा अधिकारियों ने शनिवार रात भूख हड़ताल शिविर को तोड़ दिया और भूख हड़ताल पर बैठे सात छात्रों की हालत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवा दिया. हालांकि छात्रों का कहना है कि उनकी पांचों मांगे पूरी होने तक उनका विरोध जारी रहेगा.

छात्र नेता ने कहा, 'जब तक हमारी पांचों मांगे पूरी नहीं हो जाती, हम अपना विरोध जारी रखेंगे.' यूनिवर्सिटी के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. रवीन्द्र कुमार ने कहा, 'जिन सात छात्रों को कल अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, उनमें से पांच छात्रों की हालत में सुधार हुआ है और वाह्य रोगी विभाग को इसकी रपट देने को कहा गया है.'