मेलबर्न : ग्लेन मैक्सवेल की 96 रन की आक्रामक पारी की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने तीसरे एक दिवसीय क्रिकेट मैच में भारत को तीन विकेट से हराकर पांच मैचों की श्रृंखला में 3-0 की अपराजेय बढ़त बना ली. भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए विराट कोहली के शतक की मदद से छह विकेट पर 295 रन बनाये. जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने सात गेंद बाकी रहते सात विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया.

मैक्सवेल ने 83 गेंद में आठ चौकों और तीन छक्कों की मदद से 96 रन बनाये. भारत को पर्थ और ब्रिसबेन में पहले दो वनडे में 300 से अधिक का स्कोर बनाने के बावजूद पराजय का सामना करना पड़ा था. इस मैच में मुकाबला एक समय बराबरी का लग रहा था लेकिन मैक्सवेल ने श्रृंखला में वापसी के भारत के मंसूबों पर पानी फेर दिया.

भारत के लिये ईशांत शर्मा, उमेश यादव और रविंद्र जडेजा ने दो दो विकेट लिये लेकिन रनगति पर अंकुश नहीं लगा सके. इससे पहले बल्लेबाजी के लिये भेजे जाने पर भारत ने पिछले दो मैचों के शतकवीर रोहित शर्मा (6) का विकेट जल्दी गंवा दिया. इसके बाद कोहली (117) ने पारी के सूत्रधार की भूमिका निभाई. कोहली ने इस शतक के साथ ही वनडे क्रिकेट में अपने 7000 रन पूरे कर लिये और इस प्रारुप में सबसे तेजी से 24 शतक लगाने वाले बल्लेबाज भी बन गए. उन्हें शिखर धवन (68) और अजिंक्य रहाणे (50) से पूरा सहयोग मिला.

धवन ने 91 गेंद में यह रन बनाये लेकिन कोहली के साथ दूसरे विकेट के लिये 119 रन जोड़े. कोहली ने अपनी 117 गेंद की पारी में सात चौके और दो छक्के जड़े. रहाणे और कोहली ने तीसरे विकेट के लिये 109 रन की भागीदारी की. भारतीय टीम से रविचंद्रन अश्विन और मनीष पांडे को बाहर करके गुरकीरत मान और रिषि धवन को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण का मौका दिया गया. बतौर कप्तान धौनी का यह 300वां अंतरराष्ट्रीय मैच था और उनसे ज्यादा वनडे में कप्तानी सिर्फ रिकी पोंटिंग और स्टीफन फ्लेमिंग ही कर चुके हैं.

रोहित पांचवें ओवर में केन रिचर्डसन की गेंद पर विकेट के पीछे कैच देकर आउट हुए. इसके बाद कोहली क्रीज पर आये जो आत्मविश्वास से भरे लग रहे थे. भारत ने पहले 15 ओवर में एक विकेट पर 62 रन बनाये. कोहली और धवन ने 23वें ओवर में अपने अपने अर्धशतक पूरे किये. कोहली ने 51 गेंद में 50 रन पार किये जबकि धवन ने 76 गेंदें खेली. भारत के 100 रन 22वें ओवर में पूरे हुए और दोनों के बीच 100 रन की साझेदारी 120 गेंद में पूरी हुई.

धवन को जान हेस्टिंग्स ने 27वें ओवर में बोल्ड किया. हेस्टिंग्स ने 58 रन देकर चार विकेट लिये. दोनों ने एमसीजी पर भारत के लिये आस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे विकेट के लिये सबसे बड़ी साझेदारी की. इससे पहले रिकार्ड सुनील गावस्कर और दिलीप वेंगसरकर के नाम था जिन्होंने जनवरी 1981 में 101 रन की साझेदारी की थी.

भारत का स्कोर 40वें ओवर में दो विकेट पर 207 रन था तब रहाणे ने 15वां वनडे अर्धशतक पूरा किया. कोहली ने 43वें ओवर में 105 गेंद में अपना शतक पूरा किया. इस साझेदारी को 45वें ओवर में हेस्टिंग्स ने तोड़ा जिनकी कैच पर रहाणे ने डीप में कैच थमाया. कोहली ने भी जार्ज बेली को कवर में आसान कैच सौंपा. हेस्टिंग्स ने धौनी (23) को भी आउट किया जिन्होंने डीप में कैच थमाया. मान (8) को जेम्स फाकनेर ने बोल्ड किया.

ऑस्ट्रेलिया को शान मार्श और आरोन फिंच ने अच्छी शुरुआत दी और दोनों ने सात ओवर में 48 रन जोडे. यादव ने फिंच को विकेट के पीछे धौनी के हाथों लपकवाकर इस साझेदारी को तोड़ा. इसके बाद कप्तान स्टीव स्मिथ (41) और शान मार्श (62) ने दूसरे विकेट के लिये 64 रन जोड़े.

स्मिथ ने 45 गेंद में पांच चौकों की मदद से 41 रन बनाये जबकि मार्श ने 73 गेंद में 62 रन बनाये जिसमें छह चौके शामिल थे. स्मिथ को जडेजा ने रहाणे के हाथों लपकवाया जबकि जार्ज बेली उनका दूसरा शिकार बने. जडेजा को आगे बढ़कर खेलने के प्रयास में वह चूके और धौनी ने कुशल स्टम्पिंग का नमूना पेश किया. पहले मैच में शतक जमाने वाले बेली ने 21 गेंद में तीन चौकों के साथ 22 रन बनाये.

मार्श के संयम को 30वें ओवर में ईशांत ने तोड़ा और वह धौनी को कैच देकर पवेलियन लौटे. उस समय ऑस्ट्रेलिया का स्कोर चार विकेट पर 167 रन था. ऑस्ट्रेलिया ने पांचवां विकेट मिशेल मार्श के रुप में गंवाया जो 17 रन बनाकर रन आउट हुए. वहीं मैथ्यू वेड को ईशांत ने 39वें ओवर में रवाना किया. उस समय स्कोर छह विकेट पर 215 रन था और लग रहा था कि भारत श्रृंखला में पहली जीत दर्ज कर सकता है लेकिन मैक्सवेल ने धौनी एंड कंपनी की उम्मीदों पर पानी फेरते हुए ऑस्ट्रेलिया को जीत तक पहुंचाया.