जम्मू कश्मीर में भाजपा-पीडीपी के बीच सोमवार को पहली औपचारिक चर्चा होने की संभावना है। इसके पहले रविवार को पीडीपी की बैठक होने जा रही है जिसमें नए नेता के चयन से लेकर सरकार के गठन की प्रक्रिया शुरू हो सकती है।

पीडीपी नेता दोनों दलों के बीच सरकार गठन को अंतिम रूप देने के पहले महबूबा मुफ्ती व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच बातचीत चाहते हैं। लेकिन भाजपा नेतृत्व इसके लिए तैयार नहीं है। पार्टी ने महासचिव राम माधव को नई सरकार के गठन के लिए पूरी तरह से अधिकृत कर रखा है और वह किसी अन्य स्तर पर बातचीत के पक्ष में नहीं है।

नई सरकार के गठन को लेकर भाजपा व पीडीपी में अभी तक कोई चर्चा नहीं हुई है। राज्यपाल शासन लागू होने के बाद भाजपा भी जल्दबाजी में नहीं है। केंद्र के हाथ में शासन होने से भाजपा किसी तरह की जल्दबाजी भी नहीं कर रही है। दूसरी तरफ, पीडीपी के अंदर नई सरकार के गठन को लेकर अब काफी गहमागहमी है। पार्टी के भीतर से महबूबा मुफ्ती पर दबाब बढ़ने लगा है। इसे देखते हुए मुफ्ती ने रविवार को पार्टी की महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है। भाजपा नेताओं ने संकेत दिए हैं कि सोमवार को दोनों दलों के बीच औपचारिक चर्चा हो सकती है।

पुराने फार्मूले पर कायम
सरकार को लेकर भाजपा के एक प्रमुख नेता ने कहा है कि पार्टी पुराने फार्मूले पर ही नई सरकार का गठन चाहती है। मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन के बाद केवल नेतृत्व भर बदलना है। पीडीपी बार बार मुफ्ती की बात कह रही है तो उसे भी मुफ्ती मोहम्मद सईद व भाजपा नेतृत्व के बीच बने न्यूनतम साझा कार्यक्रम का सम्मान करना चाहिए और कोई नई बात नहीं छेड़नी चाहिए। भाजपा नेता ने इस बात से साफ इंकार कर दिया कि सरकार को लेकर महबूबा व प्रधानमंत्री मोदी के बीच बातचीत होनी चाहिए। इस नेता ने कहा कि जरूरत तो पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की बात करने की भी नहीं है, क्योंकि भाजपा की तरफ से किसी भी स्तर पर कोई बदलाव भी नहीं हो रहा है।