नई दिल्ली : भाजपा से निलंबित सांसद कीर्ति आजाद ने क्रिकेट प्रशासन में शामिल पार्टी सांसद और बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर समेत कई अन्य नेताओं पर आज (बुधवार) निशाना साधा और दावा किया कि एसएफआईओ जांच रिपोर्ट में डीडीसीए मामले में वित्त मंत्री अरूण जेटली पर मुकदमा चलाने की सिफारिश की गयी थी।

कीर्ति आजाद ने एक प्रकार से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के उन आरोपों का भी समर्थन किया कि डीडीसीए के एक अधिकारी ने एक महिला से अपने बेटे को क्रिकेट टीम में शामिल कराने के बदले में यौन सुख (सेक्स) की मांग की थी। आजाद ने कहा कि उन्होंने 2007 में ऐसा ही मुद्दा उठाया था।

आजाद ने दिल्ली क्रिकेट ईकाई के मामलों की जांच करने वाले गंभीर जालसाजी जांच कार्यालय (एसएफआईओ) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए यहां संवाददाताओं के समक्ष दावा किया कि रिपोर्ट में अन्य लोगों समेत जेटली के खिलाफ अभियोजन की सिफारिश की थी लेकिन पिछले तीन सालों में ऐसा नहीं किया गया।

आजाद ने कहा कि कंपनी अधिनियम 1956 के तहत सभी निदेशकों को एक विशेष भूमिका दी जानी होती है और यदि उन्हें यह भूमिका नहीं दी जाती है तो फिर उन सबके खिलाफ संयुक्त रूप से कार्रवाई के शब्द का इस्तेमाल किया गया है। जेटली समेत 27 कार्यकारी सदस्यों को कोई भूमिका नहीं दी गयी थी। लेकिन जेटली समेत 24 के मामले में कुछ नहीं हुआ।

उन्होंने कहा, ‘एसएफआईओ ने सिफारिश की थी कि कंपनी अधिनियम की धारा 5 (जी) के तहत कंपनियों के पंजीयक को उनके खिलाफ मुकदमा चलाना चाहिए। यह दर्शाता है कि बीसीसीआई कानून से उपर है। सिफारिशों को बीते तीन साल का समय हो चुका है लेकिन उन पर मुकदमा नहीं चलाया गया।’