इंदौर। सर, 6 माह की बच्ची से लेकर 60 साल तक की वृद्धा तक के साथ बलात्कार के केस हो रहे हैं। ऐसा क्यों? एडीजी विपिन माहेश्वरी से जब एक छात्रा ने यह सवाल पूछा तो करीब आधे मिनट के लिए हाल में शांति छा गई। दरअसल इल्वा स्कूल में बुधवार को क्राइम प्रिवेन्शन, ट्रैफिक एज्यूकेशन और अवेयरनेस को लेकर कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें एक छात्रा ने यह सवाल पूछ लिया।

जवाब में एडीजी ने कहा कि आजकल महिलाएं जागरूक हो गई हैं। वे अपने साथ हुई गलत हरकतों पर आवाज उठाती हैं, जिससे घटनाओं की जानकारी सामने आती है। जो लोग ऐसी घटनाओं को अंजाम देते हैं वे मानसिक रूप से विकृत होते हैं। जागरुकता और परिवार वालों के सहयोग से इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सकता है। एसपी मुख्यालय अखिलेश झा, कल्याण चक्रवती, देवेंद्र पाटीदार, पंकज श्रीवास्तव सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

यह भी पूछा छात्राओं ने

-विदेशी पर्यटकों के भारत आने पर टैक्सी चालकों द्वारा लूट व हत्या की घटनाएं क्यों की जाती हैं?

हर आदमी अलग प्रवत्ति का होता है। हम टैक्सी चालकों का वेरीफिकेशन करवा रहे हैं।

-पुलिस समय पर क्यों नहीं आ पाती है?

पुलिस का रिस्पांस टाइम एक चुनौती है। जनसंख्या के मान से पुलिस की संख्या कम है। डायल 100 भी एक नई पहल है।

- रात में महिलाएं सुरक्षित क्यों नहीं हैं?

ऐसा नहीं है, सराफा का उदाहरण सबके सामने है।

-लड़कियों को सुरक्षा का प्रशिक्षण क्यों नहीं दिया जाता?

महिलाओं को प्रशिक्षण देने के लिए महिला बाल विकास शौर्य दल है, जो निरतंर कार्य करता है।

- ट्रैफिक सिपाही रणजीतसिंह जैसा हर पुलिसकर्मी एक्टिव क्यों नहीं होता है?

4 घंटे लगातार ऐसा काम करना मुश्किल है। नये कर्मचारियों को प्रेरित किया जा रहा है।