नई दिल्‍ली : मौसम में आए बदलाव के बीच बच्चों में डायरिया, दस्‍त, पेट संक्रमण जैसी शिकायतें सामने आने लगती हैं। दस्‍त के साथ उल्‍टी पेट में संक्रमण का संकेत हो सकते हैं, इसलिए सावधान रहें। ज्‍यादा प्‍यास लगना, जीभ सूख जाना, आंखे धंसना और बच्‍चे का लगातार रोना डिहाइड्रेशन का संकेत हो सकते हैं। कुछ घरेलू उपायों को अपनाकर बच्‍चों को इन बीमरियों से निजात दिला सकते हैं। घरेलू उपायों के बारे में नीचे विस्‍तृत जानकारी दी गई है।

-राइस कंजी दस्‍त के लिए एक बेहतरीन घरेलू और कारगर उपाय है। एक मुट्ठी राइस पाउडर पानी में मिलाकर कम से कम 10 मिनट पकाएं। इसमें हल्‍का नमक और बाद में कम से कम एक लीटर पानी मिलाकर पतला कर लें। इस पतले तरल पदार्थ को बच्‍चे को पिलाएं।

-दूसरा उपाय एक गिलास पानी में थोड़ी चीनी और एक चुटकी नमक मिलाकर बच्‍चे को पिलाएं।

-स्‍तनपान वाले बच्‍चे को केवल स्‍तनपान ही कराएं। इससे उसे बैक्‍टीरियल, वायरल और डायरिया से लड़ने में शक्ति मिलती है।

-बच्‍चे को जबरदस्‍ती फीडिंग ना कराएं। उसे जब भूख लगे, तब ही फीडिंग कराएं।

-फीडिंग छुड़ाने के लिए दाल की खिचड़ी को एक बेहतर चीज माना जाता है। इसके लिए अनावश्यक आहार परिवर्तन की जरूरत नहीं हैं।

-अगर आप घर कुछ ऐसा नहीं बना सकते, तो बाजार में मिलने वाले रिहाड्रेटेशन का इस्‍तेमाल करें।

-अपने बच्‍चे को कोई भी एंटीबायोटिक दवा देने से बचें। डॉक्‍टर द्वारा दी गई दवाओं के बारे में सही से जानकारी लेनी चाहिए। अगर बच्‍चे को उल्‍टी की दवा दे रहे हैं तो ध्‍यान रहे कि इसके तुरंत बाद उसे फीडिंग न कराएं।