नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने आज स्पष्ट किया कि उत्तर प्रदेश के अयोध्या में विवादित भूमि पर राम मंदिर के निर्माण को लेकर कोई भी फैसला सरकार उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुरूप ही लेगी। पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने यहां नियमित प्रेस ब्रीङ्क्षफग में कहा कि राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद उच्चतम न्यायालय में लंबित है और सरकार शीर्ष अदालत के फैसले के अनुरूप ही कोई भी फैसला लेगी।   
 
उन्होंने कहा कि यदि राम मंदिर निर्माण को लेकर सरकार सामाजिक समसरता बरकरार रखने और परस्पर सहमति बनाने का प्रयास करेगी। वह बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी के मद्देनजर विभिन्न हिन्दू संगठनों द्वारा शौर्य दिवस मनाए जाने के संदर्भ में पूछे गए एक सवाल का जवाब दे रहे थे।
 
राम मंदिर के संबंध में संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के विचारों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि बाबा साहेब सामाजिक समरसता और सर्वधर्म समभाव के पक्षधर थे। हालांकि राम मंदिर के संबंध में उनके द्वारा कोई खास टिप्पणी किए जाने का इतिहास में कोई साक्ष्य नहीं है, इसलिए इस संदर्भ में कुछ भी कहा जाना तथ्यात्मक तौर पर सही नहीं होगा। नेपाली मधेशियों के मुद्दे पर भारत और नेपाल के बीच खराब होते रिश्तों के बारे में पूछे जाने गहलोत ने कहा, ‘‘नेपाल हमारा मित्र देश है और हमें पूरी उम्मीद है कि दोनों देशों के बीच संबंध बेहतर रहेंगे।’’