जयपुर राजस्थान पर्यटन की दृष्टी से देश में अपना अमुल्य स्थान रखता है । हर साल लाखों देशी विदेशी पर्यटक राजस्थान की सैर करने के लिए राजस्थान आते है । सूबे की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे और पर्यटन विभाग के सामुहिक प्रयासों से प्रदेश ने पर्यटन के क्षेत्र में फिर नये आयाम स्थापित किए है । एक सर्वे में पर्यटकों ने राजस्थान को अपने पसंदीदा पर्यटन स्थल के रूप में चुना है।

भारत सरकार के संयुक्त सचिव, पर्यटन के अनुसार सर्वेक्षण में देश के कुल 25 पर्यटन केन्द्रों का चयन किया गया। इनमें जयपुर, उदयपुर, जोधपुर, जैसलमेर, सवाई माधोपुर और बून्दी पर्यटकों के पसन्दीदा केन्द्र हैं।
 
यह सर्वे सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, हांगकांग, चीन, जापान, मलेशिया, यूके, यूरोप, अमेरिका तथा उत्तर अमेरिकी देशों के उन उच्च आय-वर्ग वाले पर्यटकों के बीच किया गया। ये वो लोग है जो साल में कम से कम 12 हवाई यात्राएं करते है। पर्यटन के हिसाब से इन पर्यटकों का राजस्थान के बाद दूसरा पर्यटन केंद्र राज्य गोवा है।

उल्लेखनीय है कि राजे के प्रयासों से राज्य सरकार ने देशभर में स्किल डवलपमेन्ट में भी पहला स्थान हासिल किया है। प्रदेश स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालय निर्माण में भी पहले नम्बर पर है। निवेश के लिए उपयुक्त जगह के रूप में रिजर्व बैंक ने राजस्थान को देश में तीसरा स्थान दिया है, जबकि विश्व बैंक की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैकिंग में राजस्थान देश में छठे स्थान पर है।

इसके अतिरिक्त, राजस्थान देश में सर्वाधिक सौर ऊर्जा उत्पादन करने वाला राज्य बन गया है तथा अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में भी उत्कृष्ट कार्य करने पर केन्द्र सरकार ने प्रदेश को पुरस्कृत किया है। बिजली उत्पादन में भी राज्य आत्म निर्भर बन गया है।

मुख्यमंत्री राजे ने राजस्थान के पर्यटन की सरहाना करते हुए कहा कि सरकार का हमेशा से ही प्रयास रहा है कि प्रदेश की बहुरंगी संस्कृति को विश्व के मानचित्र पर स्थान मिले। इसके लिए हमारी सरकार ने टूरिज्म पॉलिसी में राजस्थान की लोक-कलाओं, बेजोड़़ शिल्प, स्थापत्य, फेस्टिवल, मेलों और पुरावैभव के संरक्षण के विशेष प्रयास किए है।