इंदौर । इंदौर में जनवरी 2023 में प्रस्तावित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए उद्योग विभाग और राज्य सरकार ने तैयारियां तेज कर दी हैं। इस समिट में इंदौर-उज्जैन संभाग के ही 10 बड़े प्रोजेक्ट में निवेश के लिए उद्योग विभाग शो-केस तैयार करवा रहा है। सबसे बड़ी बात होगी एमपी से गुजर रहे डीएमआईसी कॉरिडोर की, जिसके 7 से ज्यादा कट मप्र की सीमा में हैं। सरकार एमपी को इसी तरह भुनाना चाहती है कि यह इस कॉरिडोर का सेंट्रल पाइंट है, जहां से 6 से 7 घंटे में मुंबई और इतने ही समय में दिल्ली सड़क मार्ग से पहुंचा जा सकेगा। यह इसलिए भी कि लॉजिस्टिक हब की ब्रांडिंग ज्यादा से ज्यादा हो सके।
उद्योग विभाग के सूत्रों के मुताबिक जीआईएस (ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट) के लिए पहले दौर में मुख्यमंत्री द्वारा निमंत्रण पत्र देश के सभी बड़े उद्यमियों और औद्योगिक समूहों को भेजे जा चुके हैं। अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उद्योग मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव खुद व्यक्तिगत चर्चा कर रहे हैं। इसके अलावा उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव संजय शुक्ला, एमपीआईडीसी के एमडी जॉन किंग्स्ले और कार्यकारी संचालक रोहन सक्सेना अलग-अलग कंपनी के सीईओ और एमडी से खुद भी बात कर रहे हैं। सक्सेना के मुताबिक हमारा फोकस इस बार ऑटो सेक्टर, टैक्सटाइल्स, आईटी और फूड पर है। इसमें काफी संभावनाएं हैं।
इन क्षेत्रों में निवेश के लिए देंगे न्योता
इंदौर में आयोजित होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए सरकार निवेशकों को आमंत्रित कर रही है। सरकार निवेशकों को इंदौर निवेश क्षेत्र, देवास निवेश क्षेत्र, रतलाम निवेश क्षेत्र प्रस्तावित, देवास में मेडिकल डिवाइस पार्क, इंदौर में आईटी पार्क- 3, पीथमपुर में स्मार्ट इंडस्ट्रियल टाउनशिप, इंदौर में प्रस्तावित इंदौर-पीथमपुर इकॉनोमिक कॉरिडोर, इंदौर-भोपाल के बीच मेगा इंडस्ट्रियल रीजन, जिसमें नया एयरपोर्ट भी शामिल है, रतलाम, मंदसौर में नए इंडस्ट्रियल एरिया, शाजापुर-उज्जैन और आगर-मालवा में प्रस्तावित नए इंडस्ट्रियल एरिया, धार के जैतपुरा, बिजेपुर, खरगोन के निमरानी, खंडवा-बुरहानुपर में प्रस्तावित नए इंडस्ट्रियल एरिया में निवेश के लिए न्योता देंगे।