नयी दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी आज राष्ट्रपति भवन तक पार्टी नेताओं के मार्च का नेतृत्व करेंगे जिसका उद्देश्य राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से यह अपील करना है कि वे ‘‘असहिष्णुता के माहौल' को समाप्त करने के लिए अपने संवैधानिक अधिकारों का इस्तेमाल करें.

कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि सोनिया, राहुल गांधी और पार्टी के अन्य नेता संसद भवन से राष्ट्रपति भवन तक मार्च का नेतृत्व करेंगे ताकि राष्ट्रपति से यह अनुरोध कर सकें कि देश का प्रमुख होने के नाते उन्हें ‘‘असहिष्णुता के माहौल, असंयमित व्यवहार, हिंसा एवं साम्प्रदायिक धु्रवीकरण' पर रोक सुनिश्चित करनी चाहिए.'

कांग्रेस कार्यसमिति, कांग्रेस महासचिव और पदाधिकारी एवं पार्टी सांसद राष्ट्रपति से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे जिन्होंने बार बार सहिष्णुता और भारतीय सभ्यता की बहुलता के भारत के विविधतापूर्ण बुनियादी मूल्यों को संरक्षित करने की जरुरत को रेखांकित किया है. विपक्षी दल कांग्रेस का यह कदम कलाकारों, लेखकों और वैज्ञानिकों की ओर से कथित रुप से उस ‘‘बढ़ती असहिष्णुता' को लेकर विरोधों की पृष्ठभूमि में आया है जो कि दादरी घटना, गोमांस मामला और अन्य ऐसी घटनाओं में झलकता है.

दो दिन पहले सोनिया ने बढ़ती असहिष्णुता को लेकर अपनी चिंता जतायी थी और विभाजनकारी ताकतों के नफरत फैलाने के ‘‘शैतानी षड्यंत्र' से लड़ने की प्रतिबद्धता जतायी थी. उन्होंने कहा था कि यह देश की एकता को खतरा उत्पन्न करता है.

 राष्‍ट्रपति से मिली सोनिया

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सोमवार को राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी से राष्‍ट्रपति भवन में मुलाकात की. सोनिया ने राष्‍ट्रपति से मिलकर देश में व्‍याप्‍त असहिष्णुता के माहौल को समाप्‍त करने की मांग की.