अजमेर जिले के तीर्थराज पुष्कर में कार्तिक महीने के अन्तरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मेले में इस बार पशुओं की आवक नहीं होगी। पिछले साल कोरोना के कारण सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं हुए और इस बार पशु नजर नहीं आएंगे। राज्य सरकार ने गायों में लंपी वायरस और घोड़ों में गैलेंडर के कारण यह निर्णय लिया है। इस बार केवल विदेशी टूरिस्ट और सांस्कृतिक-धार्मिक कार्यक्रम का क्रेज ही रहेगा। ऐसे में पशुओं और ग्रामीण लोगों की बड़ी संख्या में आवक नहीं होने से रौनक फीकी रहने के आसार हैं।

पिछले साल कोरोना गाइडलाइन के बीच मेले का आयोजन हुआ था। साल 2020 में कोरोना के कारण मेले का आयोजन नहीं हुआ था। ऐसे में दोनों ही साल कोई खास रौनक नहीं रही। इस बार विदेशी भी अच्छी संख्या में आने की उम्मीद है। साथ ही धार्मिक सांस्कृतिक कार्यक्रम ही आकर्षण का केन्द्र रहेंगे।

जिला कलेक्टर अंशदीप ने बताया कि पशुपालन विभाग की ओर से जारी आदेशानुसार राज्य स्तरीय कार्तिक पशु मेला पुष्कर साल 2022 का आयोजन 26 अक्टूबर से 10 नवंबर तक किया जाएगा। राज्य में गौवंशीय पशुओं में तेजी से फैल रही लंपी स्कीन डिजीज के संक्रमण के चलते विभागीय स्तर से पशु मेले का आयोजन किया जाना संभव नहीं है। आध्यात्मिक, धार्मिक एवं पर्यटन की दृष्टी से विख्यात इस पशु मेले में पशु आवक एवं पशु प्रतियोगिताओं के आयोजन को प्रतिबंधित रखा गया है।