उज्जैन ।   श्री महाकाल लोक के रूप में सनातन धर्म का वैभव पुर्नप्रतिष्ठित होने पर सभी 13 अखाड़े प्रसन्न हैं। खासकर शैव अखाड़ों में शिव की नगरी का गौरव फिर लौटने पर उत्सवी उल्लास है। उज्जयिनी के साधु-संत मंदिर के विस्तार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आगमन से प्रसन्न हैं। उनका कहना है कि यह पूरी सृष्टि शिव की है, वही लीला रच रहे हैं और वही सब करवा रहे हैं।

नया अध्याय होगा

सनातन हिंदू धर्म व संस्कृति के पुनर्उत्थान का जो संकल्प प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया है, मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के प्रयासों से श्री महाकाल लोक के रूप में वह पूर्ण होने जा रहा है। इससे देश के समस्त साधु-संत व धर्मावलंबी प्रसन्न हैं। उज्जयिनी के इतिहास में भी यह नया अध्याय होगा।

-बालयोगी उमेशनाथजी महाराज, श्री क्षेत्र वाल्मीकि धाम पीठाधीश्वर

साकार हुआ महाकाल वन

स्कंद पुराण के अवंतिखंड तथा शिव से संबंधित धर्मशास्त्रों में महाकाल वन का उल्लेख मिलता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने इसे श्री महाकाल लोक के रूप में साकार कर दिया है। महाकाल के आंगन की इस चैतन्य भूमि पर यह रचना सत्यम, शिवम, सुंदरम के दर्शन करा रही है।

-महंत विनीत गिरि महाराज, गादीपति महंत महाकालेश्वर मंदिर

अद्भुत, अकल्पनीय महाकाल लोक

महाकाल लोक की रचना अद्भत व अकल्पनीय है। मुझे लगता है स्वयं भगवान विश्वकर्मा ने इसका निर्माण किया है। महाकाल के आंगन में शिव की लीलाओं का दर्शन सैकड़ों जन्मों के पुण्य फलित होने जैसा है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विजय तथा मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का समर्पण प्रसन्नाता प्रदान करने वाला है।

-स्वामी शांतिस्वरूपानंद महाराज, महामंडलेश्वर निरंजनी पंचायती अखाड़ा

स्वतंत्रता के बाद संस्कृति का पुनर्उत्थान हुआ

श्री महाकाल लोक देश में सनातन धर्म परंपरा तथा संस्कृति के पुनर्उत्थान का प्रतीक है, इससे उज्जैन का गौरव और बढ़ गया है। आने वाले दिनों में उज्जयिनी धर्म व संस्कृति के साथ आर्थिक रूप से भी संपन्ना होगी। श्री महाकाल लोक के निर्माण से उज्जैन का धार्मिक पर्यटन बढ़ेगा तथा रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे।