बड़नगर ।   ग्वालियर निवासी व्यक्ति का चार बदमाशों ने इंदौर से अपहरण कर लिया था। पैर के मोजे में छिपाकर रखे मोबाइल से वाट्सएप पर मैसेज और लोकेशन भेजकर अपहृत व्यक्ति ने अपने परिचित को अपहरण होने की सूचना दी। परिचित ने इसके बाद पुलिस को खबर दी। पुलिस ने काजीपुरा क्षेत्र में स्थित एक खेत पर बने कमरे से अपहृत व्यक्ति को सकुशल अपहरणकर्ताओं के कब्जे से छुड़ाया और फिरौती मांगने वाले चार आरोपितों को गिरफ्तार किया। सब इंस्पेक्टर सुरेंद्र गरवाल ने बताया कि ग्वालियर निवासी प्रभात पुत्र रमेशचंद्र दुबे हाल मुकाम इंदौर सोलर प्लांट में कार्यरत है। वह इंदौर में ही रहने वाली अपनी बहन के यहां आया था। 5 अक्टूबर बुधवार की रात उसके पूर्व परिचित राजा तोमर ने फोन पर रेडिसन होटल के समीप मिलने का कहा। करीब एक घंटे के बाद बताए स्थान पर दोनों मिले। इस दौरान राजा और उसके तीन दोस्त भी साथ थे। बातचीत के कुछ देर बाद आरोपित प्रभात को जबरदस्ती कार में बैठाकर इधर-उधर घुमाते रहे तथा कुछ समय बाद इन लोगों ने छोड़ने के लिए तीन लाख रुपये की फिरौती मांगी। जब रुपये देने से प्रभात ने मना किया तो चारों ने उसके साथ मारपीट की और इंदौर से बड़नगर ले आए। बड़नगर में आरोपितों ने प्रभात को बंधक बनाकर काजीपुरा के समीप खेत पर बने एक कमरे में बंद कर दिया। उसका मोबाइल फोन भी छीन लिया। प्रभात ने अपना एक मोबाइल तो अपहरणकर्ताओं को दे दिया था, लेकिन दूसरा मोबाइल उसने मोजे में छिपाकर रखा था। अपहरणकर्ताओं के जाने पर उसने अपने मोबाइल से परिचित शिखा मेहरा को वाट्सएप पर मैसेज और लोकेशन भेजकर अपने अपहरण की सूचना दी। इसके बाद शिखा मेहरा ने हंड्रेड डायल पर सूचना दी। तत्पश्चात पुलिस ने लोकेशन के आधार पर बंद कमरे से प्रभात को सुरक्षित छुड़ाया और मौके पर मौजूद राजा और उसके एक साथी सचिन को पुलिस ने गिरफ्त में लिया। वहीं अन्य दो मौके से भाग निकले थे। उन्हें भी पुलिस ने बाद में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपित राजा पुत्र कृपालसिंह तोमर निवासी काजीपुरा बड़नगर, सचिन पुत्र जगदीश तोमर निवासी इंदौर, बादल पुत्र अखिलेश गांधी निवासी मोरवाल कालोनी बड़नगर और देवेंद्र पुत्र श्यामप्रकाश शर्मा मिर्ची बाजार बड़नगर को गिरफ्तार कर प्रकरण कायम किया है।