
भोपाल । मध्य प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र मंगलवार यानी आज से प्रारंभ हो गया है। इस सत्र के दौरान मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस शिवराज सरकार को घेरने की पूरी तैयारी में है। सत्र के पहले दिन कांग्रेस विधायक लहसुन की बोरियां लेकर पहुंचे और विधानसभा के गेट के सामने प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस प्रदर्शन में पार्टी के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव, पूर्व मंत्री लाखन यादव, कुणाल चौधरी, पीसी शर्मा आदि शामिल रहे। ये विधायक लहसुन की बोरियां कंधे पर लादे हुए चल रहे थे और 'किसानों के सम्मान में, कांग्रेस मैदान में... तथा विधायक खरीदे, लहसुन भी खरीदो,' जैसे नारे लगा रहे थे। विधानसभा के गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने जब उन्हें अंदर जाने से रोका तो उन्होंने गेट के बाहर ही बोरियों में लाई लहसुन बिखेर दी और सरकार विरोधी नारे लगाए। कांग्रेस विधायकों ने किसानों को लहसुन का उचित मूल्य नहीं मिलने का जमकर विरोध किया। गौरतलब है कि इस सत्र में सरकार वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए ढाई हजार करोड़ रुपये से अधिक का प्रथम अनुपूरक बजट प्रस्तुत करेगी। सत्र की तैयारियों को लेकर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने सोमवार को सर्वदलीय बैठक की। इसमें पक्ष और विपक्ष ने सत्र के सुचारू संचालन में सहयोग का आश्वासन दिया। पांच दिवसीय सत्र के लिए सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्योें ने एक हजार 516 प्रश्न पूछे हैं। जबकि, 18 स्थगन, 216 ध्यानाकर्षण और अशासकीय संकल्प की सूचनाएं विधानसभा सचिवालय को प्राप्त हुई हैं। वित्त मंत्री 15 सितंबर को अनुपूरक बजट प्रस्तुत करेंगे। वहीं, नगरीय विकास एवं आवास विभाग महापौर का चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से कराने, वाणिज्यिक कर विभाग भारतीय स्टांप ड्यूटी (मध्य प्रदेश संशोधन), वेट संशोधन विधेयक प्रस्तुत करेगा। सत्र के सुचारू संचालन के लिए विधानसभा अध्यक्ष द्वारा सोमवार को बुलाई सर्वदलीय बैठक में नेता प्रतिपक्ष डा.गोविन्द सिंह ने कहा कि सदन पूरे समय चले। हम पूरा सहयोग करेंगे। वहीं, संसदीय कार्यमंत्री डा.नरोत्तम मिश्रा और सहकारिता मंत्री डा.अरविंद सिंह भदौरिया ने भी आश्वस्त किया कि सत्ता पक्ष की ओर से पूर्ण सहयोग किया जाएगा।