भोपाल  । प्रदेश में 17 सितंबर से तबादलों का दौर शुरू होगा। लेकिन इससे पहले ही सरकार ने 10 आईएएस अफसरों का तबादला कर यह संकेत दे दिया है कि ब्यूरोक्रेट्स तबादलों के लिए तैयार रहें। मंत्रालयीन सूत्रों के अनुसार आने वाले समस में 21 कलेक्टर, 16 एसपी के अलावा राज्य पुलिस एवं प्रशासनिक सेवा के अफसरों की बड़ी संख्या में बदली होने वाली है। एक दर्जन से ज्यादा कलेक्टरों के तबादले की वजह लंबा कार्यकाल और निकाय एवं त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव हो सकता है। अन्य जिलों के कलेक्टर भी बदलेंंगे। इसके अलावा नगर निगम उपायुक्त और प्राधिकरणों में भी अफसरों की नई जमावट होगी। पुलिस अधीक्षकों को भी बड़ी संख्या में बदलने की संभावना है। रेंज आईजी एवं कुछ संभागायुक्त भी बदले जाएंगे। जानकारी के अनुसार सरकार मंत्रालय से लेकर मैदानी स्तर तक आईएएस अफसरों के तबादले पर कई बार मंथन कर चुकी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के दिशा निर्देश पर मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने तबादले की सूची तैयार कर ली है। इस सूची में एसीएस से लेकर कलेक्टरों तक के नाम है। बताया जाता है कि थोकबंद तबादले की जगह सरकार छोटे-छोटे समूह में तबादले की सूची जारी करेगी। मौजूदा कलेक्टरों में ज्यादातर नेताओं की पंसद हैं। नई पदस्थाना में भी नेताओं की पंसद पूछी जा सकती है, लेकिन कलेक्टरों की पोस्टिंग में सरकार नेताओं की पसंद को इस बार ज्यादा तवज्जो नहीं देगी। शिवपुरी कलेक्टर को ग्वालियर भेजा सकता है।

मंत्रियों से पटरी न बैठने वाले बांध लें बोरिया-बिस्तर
आईएएस अधिकारियों के तबादले की पहली सूची में मंत्रियों से पटरी नहीं बैठने की वजह से राज्य सरकार ने अभी चार आईएएस अफसरों के ही तबादले किए हैं। तीन और ऐसे अधिकारी हैं, जिनकी भी मंत्रियों से तालमेल नहीं बन रहा है। इनके नाम अगली सूची में आने की संभावना है। मंत्रालय में पदस्थ दो प्रमुख सचिवों को एक ही विभाग में 3 साल से अधिक समय हो गया है, वहीं काफी समय से लूपलाइन में पदस्थ अफसरों को अच्छी पोस्टिंग मिल सकती है। उधर, ग्वालियर, चंबल, जबलपुर और सागर कमिश्नर सहित एक दर्जन से ज्यादा कलेक्टर भी बदले जा सकते हैं। उन कलेक्टरों की ज्यादा संभावना है जिनके प्रति मुख्यमंत्री ने सुबह की समीक्षा के दौरान नाराजगी जताई है। मंत्रालय में जीएडी कार्मिक की पीएस दीप्ती गौड़ मुकर्जी 3 जून 2019 से यह काम संभाल रही हैं, वहीं रश्मि अरुण शमी 27 दिसंबर 2018 से पीएस स्कूल शिक्षा हैं। यानि इन्हें तीन साल से ज्यादा समय हो गया है, वहीं मंत्रियों से समंजस्य नहीं होने की वजह से दीपाली रस्तोगी, मनीष सिंह, अशोक वर्णवाल तथा संजय दुबे के भी विभाग बदले जा सकते हैं। ग्वालियर-चंबल कमिश्नर आशीष सक्सेना 30 सितंबर को सेवानिवृत्त होने वाले हैं। सागर कमिश्नर को भी बदले जाने की संभावना है। एनवीडीए में डायरेक्टर एवं योजना आयोग में सदस्य स्वतंत्र कुमार सिंह, जनवरी 2019 से वाल्मी की डायरेक्टर उर्मिला शुक्ला, कौशल विकास डॉ. हरजेंद्र सिंह, 5 मई 2018 से अपर आयुक्त राजस्व ग्वालियर के पद पर पदस्थ सपना निगम का नाम शामिल है। उधर, आयुक्त आदिवासी और अनुसूचित जाति का प्रभार संभाल रहे संजीव सिंह से एक विभाग की जिम्मेदारी वापस ली जा सकती है।

इन कलेक्टरों की हो सकती है बदली
जबलपुर कलेक्टर टी इलैया राजा, रीवा मनोज पुष्प, छिंदवाड़ा सौरभ सुमन, उज्जैन आशीष सिंह, ग्वालियर कौशलेंद्र विक्रम सिंह, सिंगरौली राजीव रंजन मीणा, मुरैना वक्की कार्तिकेय, टीकमगढ़ सुभाष द्विवेदी, कटनी प्रियंक मिश्रा के तबादला होना तय हैं। उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह फिलहाल नहीं हटे तो इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह के तबादले के बाद वे इंदौर कलेक्टर हो सकते हैं। हालांकि निकाय चुनाव से पहले तक ग्वालियर कलेक्टर के लिए इंदौर कलेक्टर का रास्ता तैयार किया जा रहा था। इसके अलावा देवास कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला, रतलाम नरेन्द्र सूर्यवंशी को भी हटाया जा सकता है। कलेक्टरों के तबादले थोकबंद न होकर अलग-अलग सूची में होंगे। पुलिस अधीक्षक भी बदले जाएंगे। नए कलेक्टरों में इस बार ज्यादातर प्रमोटी आईएएस को मौका मिल सकता है। मंत्रालय सूत्रों के अनुसार अशोकनगर, श्योपुर, उमरिया, पन्ना, बड़वानी, शाजापुर, सीधी, शिवुपरी, शहडोल, बुरहानुपर , सिवनी, सागर, आगर-मालवा और डिंडौरी, मंडला कलेक्टर भी बदले जाना है। हालांकि श्योपुर कलेक्टर शिवम वर्मा, कटनी प्रियंक मिश्रा, सागर कलेक्टर दीपक आर्य को दूसरा जिला मिल सकता है।