गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बुधवार को रणबीर-आलिया के उज्जैन में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन पर कहा कि किसी विषय पर प्रदर्शन होना यह अलग विषय है। दर्शन के लिए कोई रोक नहीं थी। रणबीर और आलिया के साथ आए अयान मुखर्जी से लेकर सभी लोगों ने दर्शन किए। वहां पर पूरी व्यवस्था थी। प्रशासन ने रणबीर और आलिया से भी आग्रह किया गया था कि वह दर्शन के लिए चलें। लेकिन वह नहीं गए। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि लोगों की भावनाओं को आहत करने वाले शब्दों का प्रयोग कलाकारों को नहीं करना चाहिए।

दरअसल मंगलवार को फिल्म 'ब्रह्मास्त्र' का प्रमोशन करने के लिए रणबीर कपूर पत्नी आलिया भट्ट और फिल्म के डायरेक्टर आयान मुखर्जी के साथ मध्यप्रदेश पहुंचे थे। इंदौर में फिल्म का प्रमोशन करने से पहले फिल्म की सफलता के लिए सभी कलाकार बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए उज्जैन आए थे। लेकिन यहां रणबीर कपूर के 10 साल पुराने बीफ खाने वाले बयान पर हिंदूवादी संगठनों ने मंदिर के प्रवेश द्वार पर विरोध प्रदर्शन कर दिया। जिसके बाद आलिया और रणबीर को उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह के निवास पर शरण लेनी पड़ी, वहीं स्थिति को देखते हुए कपल ने मंदिर जाने के निर्णय को रद्द कर दिया।

हिंदूवादी संगठनों ने रणबीर कपूर के धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचाने वाले पुराने बयान पर प्रदर्शन किया। इस दौरान एक कार्यकर्ता ने पुलिस के साथ झूमाझटकी की, जिस पर पुलिस ने उसकी धुनाई कर दी। उसे हिरासत में लिया गया। हिंदूवादी संगठनों ने मंदिर के बाहर काले झंडे लेकर नारेबाजी और प्रदर्शन किया। वहीं, पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर भीड़ पर काबू पाया।